आओ हम एक ऐसा युवा बनाएं, जो सुबह सुनहरी धारा में अच्छाई बो सके

निहाल दैनिक समाचार / NDNEWS24X7
रिपोर्ट देवी लाल बैरवा जयपुर भारत
( गजल )
चलो मधुर रौशनी की सुबह बनाते हैं,
चिरस्थायी शांति की कहानी बनाते हैं।
आओ हम एक ऐसा युवा बनाएं,
जो सुबह सुनहरी धारा में अच्छाई बो सके।
आओ अहंकार से मुक्ति पायें, सब मित्रता बढ़ायें,
राप्ती और कोशी सिरानी बनाएं।
आइए एक संकेत दें कि काव्य धारा
सुगंधित भोर में हमेशा के लिए रह सकती है।
प्रस्तुतकर्ता
लेखक साहित्यकार
भवानी न्यौपाने (भावना)
तुलसीपुर उपमहानगर पालिका तुलसीपुर ग लाइन दाङ
जिला -दाङ , प्रदेश -5
देश - नेपाल