देर रात पहुंचे टोंक एसपी, बस स्टैंड समेत मौके पर जाकर ली जानकारी

(दिलखुश टाटावत)
देवली। शहर के जयपुर रोड स्थित सिद्धार्थ होटल के करीबW गुरुवार रात सनसनीखेज मामला हुआ। इस दौरान कार में बैठे पंजाब निवासी लोगों ने गोली चला दी। वही एक युवक को अपने साथ अपहरण कर ले गए। जिसकी बाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कार में बरामद हुआ शव उक्त सनसनीखेज मामले के बाद टोंक पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान रात करीब 11:30 बजे देवली पहुंचे। पुलिस अधीक्षक देवली बस स्टैंड के बाहर मिठाई की दुकान के करीब पहुंचे। जहां उन्होंने बलेनो कार में बैठे पीड़ित बीरू कंजर से मामले की जानकारी ली। इससे पहले थाना प्रभारी ने बीरू से पल-पल की जानकारी ली। पुलिस अधीक्षक ने बीरू से पूछा कि वह कितने लोग थे, कहां से वह बैठे और किस जगह गोली चलाई गई। इसके बाद पुलिस बलेनो कार के चालक और एकमात्र गवाह बीरू को अपने साथ ले गई। इससे पहले बीरू ने थाना प्रभारी राजकुमार नायक को बताया कि उनकी पंजाब निवासी इन लोगों के साथ इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई और देवली इलाके में होटल दिलाने की बातचीत हुई। यह दोस्ती संतोष के साथ हुई।
यह सब बात बीरू ने थाना प्रभारी को बताई। वहीं पंजाब से तीन जने जयपुर से बस के जरिए देवली पहुंचे। जिन्होंने यहां पहुंचने के बाद पोल्याड़ा निवासी संतोष उर्फ सिंहा कंजर को फोन किया और कहा कि उनके पास कार नहीं है। इस पर संतोष, बीरू और कमल उन्हें लेने के लिए देवली बस स्टैंड के बाहर मोबाइल की दुकान के करीब पहुंच गए। जहां दोनों पक्ष की मुलाकात हुई। बीरू ने बताया कि पंजाब निवासी तीनों जाने कुछ सेकेंड के लिए यहां साइकिल की दुकान के पास से मंदिर की ओर गली में गए और वापस आ गए। इसके बाद दोनों पक्ष के 6 जने कार में सवार होकर रवाना हो गए। बीरू ने बताया कि सिद्धार्थ होटल के ब्रेकर के करीब पहुंचते ही उन्होंने संतोष पर गोली चला दी। इस दौरान बीच बचाव को लेकर कार में जमकर संघर्ष हुआ। यह गोली संतोष के बाएं कंधे को छूकर निकल गई। जिसका देवली चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। इस आपाधाभी में बीरू ने अपना बचाव कर लिया और झड़प में बदमाशों की एक पिस्टल छीन ली, जो बाद में पुलिस को सौंप दी गई। इस दरमियान संतोष कंजर और बीरू कार से बाहर निकल गए। लेकिन पंजाब निवासी तीनों जने कमल को अपने साथ ले गए। हालांकि इस दौरान भ्रम हुआ कि बदमाश बीरू को साथ ले गए। लेकिन यह कमल था। बीरू के बताए अनुसार इस दौरान बदमाशों ने कमल को गोली मार दी थी। इधर, पुलिस घायलों के उपचार में लग गई। उधर, मेहंदवास थाना पुलिस को कस्बे के बाईपास पर एक बलेनो कार में कमल का शव मिला। यह बलेनो कार पोल्याड़ा निवासी युवकों की है। उक्त घटनाक्रम के बाद टोंक पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान देर रात देवली पहुंचे। पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह भी मामले की जांच में जुट गए। वही रात को देवली थाना प्रभारी मृतक कमल का शव लेकर देवली पहुंचे। जिसे चिकित्सालय की मोर्चरी में रख दिया गया है। शुक्रवार सुबह शव का पोस्टमार्टम होगा।
व्हाट्सएप कॉल किया और ले गए मोबाइल
जानकारी के अनुसार देवली आने वाले पंजाब के इन बदमाशों ने संतोष कंजर से जो भी बातचीत की, वह व्हाट्सएप्प कॉल के जरिए की। वही कार में हुए संघर्ष के बाद वह बदमाश संतोष का मोबाइल अपने साथ ले गए, जो घटना के कुछ देर तक तो चला रहा। लेकिन बाद में स्विच ऑफ हो गया। अनुमान है कि बदमाश यह मोबाइल कहीं फेंक गए, जो अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस को इस मोबाइल से इनपुट मिलने की उम्मीद है। वहीं पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान देर रात डेढ़ बजे तक देवली थाने पर मामले की मॉनिटरिंग करते रहे। पुलिस के मुताबिक बलेनो कार बीरू कंजर चल रहा था। हालांकि समूचे मामले में इनपुट यह सामने आ रहा है कि यह कोई पुरानी रंजिश है। जिसका बदला लेने के लिए यह सब किया गया। किसी तरह के लेनदेन को लेकर भी यह विवाद हो सकता है।