राजस्थान खटीक समाज महासमिति जयपुर की कार्यकारिणी का चुनाव में पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर का वर्चस्व कायम रहा।

टोंक। राजस्थान खटिक समाज महासमिति जयपुर की कार्यकारिणी के चुनाव जयपुर झालाना स्थित श्री संत दुर्बलनाथ बालक छात्रावास भवन में रविवार 10 नवम्बर को शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हुआ । चुनाव में पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर का वर्चस्व कायम रहा । कुल 583 मतदाताओं में से 447 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव में अध्यक्ष के पद पर उमेश नाराणीया सांगानेर ने अपने प्रतिद्वंद्वी मानसी साँखला को 331 मतों से पराजित कर शानदार जीत हासिल की । कुल 447 मतों की गिनती के बाद उमेश नाराणीया को 389 मत मिले ओर मानसी साँखला को मात्र 58 मतों से ही संतोष करना पड़ा। वही वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार उर्फ राजू सावरिया ने कन्हैया लाल खटिक ( गोल्डमैन ) को 292 मतों से हराया,महासचिव के पद पर पूर्व प्रधान मालपुरा राजेश नागौरा ने सबसे बड़ी जीत हासिल कर अपने प्रतिद्वंद्वी मोहन कुमार सामरिया को 362 मतों से हराया,कोषाध्यक्ष के पद पर कमल पहाड़िया ने शिव प्रकाश सामरिया को 326 मतों से हराकर जीत का परचम लहराया निर्वाचन अधिकारी गुमान चंद दायमा ने बताया कि भारी भीड़ मौजूद रही वही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे पुलिस चाक चौबंद रही एवं मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। समाज के पुरोधा दिग्गज पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर चाहते थे कि समाज का चुनाव नही हो , अगर होता है तो यह मेरे जीवन का आज सबसे खराब दिन होगा। मंत्री नागर ने वोटिंग से पहले आमसभा बिठाई आम सभा मे निविरोध अध्यक्ष बनाने की बात रखी पर एक दो असामाजिक तत्वों ने मंत्री की बात को दरकिनार कर दिया शोर शराबा करने लग गए और मंत्री नागर की एक नही सुनी। बाद में वोटिंग करवाने का निर्णय लिया गया । वोटिंग शरू होते ही संत दुर्बलनाथ छात्रावास के बाहर चौक चौराहा व चाय की दुकानों पर लोगों से सुनने को मिल रहा था कि मंत्री नागर ने खटिक समाज की बालिकाओं के लिए एक बहुत सुंदर छात्रावास बनाकर नेक काम किया है । नागर इस चुनावी महासमर के भीष्म पिता है। इनके परिश्रम के बदौलत पूरा पैनल बड़ी जीत का परचम लहरायेगा नागर के पैनल को हराना मुश्किल ही नही नामुमकिन है । इधर समाज के भाटो ने नागर का पैनल के प्रतिद्वंद्वी साँखला टीम को इस तरह चने के पेड़ पर चढ़ा दिया कि समाज मे सहमती की बात ही नही बनने दी , हमे तो अपनो ने लूटा , गेरो में कहा दम था .. एक समाज के भाट ने तो लग्जरी कारों में बैठकर राजस्थान घूमने लग गया और खुद के वोट नही डलगे वो भी वोट दिलाने का ठेंगा ले लिए ओर बातों बातों में साँखला की बड़ी जीत की घोषणा कर दी । लेकिन इतना बुरा हश्र होगा यह किसी ने भी नही सोचा था । कई समाज के ठेकेदारों ने एवं समाज के तथाकथित पत्रकारों ने तो इस चुनाव में साँखला से जमकर चांदी कूटने में लगे रहे लेकिन साँखला को क्या मालूम अपने साथ रहकर विश्वासघात करेगे । साँखला खाते पीते घर से है , साँखला की पत्नी अच्छी वक्ता है ,पर उसको क्या मालूम पूर्व मंत्री बाबुलाल नागर का खटिक समाज कितना सम्मान करता है।