महाराष्ट्र के मुंबई में गणेशोत्सव के लिए विले पार्ले पुलिस स्टेशन में 'पुलिस बप्पा' का स्वागत
गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त (Ganesh Chaturthi ka shubh muhurat) पंचांग के अनुसार भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि की शुरुआत 30 अगस्त 2022 को दोपहर 03 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 31 अगस्त 2022 को दोपहर 03 बजकर 23 मिनट पर खत्म हो जाएगा।
गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी 10 दिनों का त्योहार है जो ज्ञान और समृद्धि के देवता भगवान गणेश के जन्म का जश्न मनाता है । इस साल, गणेश चतुर्थी का उत्सव 31 अगस्त से शुरू होता है और 9 सितंबर को समाप्त होता है जब गणेश विसर्जन होगा।
गणेश चतुर्थी 2022: बाल गंगाधर तिलक ने कैसे रखी गणेशोत्सव की नींव। ऐसा कहा जाता है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने बड़े पैमाने पर गणेशोत्सव की नींव रखी थी। 1890 के दशक में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, तिलक अक्सर सोचते थे कि आम लोगों को कैसे जोड़ा जाए।
इस प्रतिमा का नौ दिनों तक पूजन किया जाता है। बड़ी संख्या में आस पास के लोग दर्शन करने पहुँचते है। नौ दिन बाद गानों और बाजों के साथ गणेश प्रतिमा को किसी तालाब इत्यादि जल में विसर्जित किया जाता है
गणेश को बाधाओं को दूर करने वाले और विनाश के हिंदू देवता शिव की संतान और उनकी पत्नी देवी पार्वती के रूप में जाना जाता है। कई मिथक उनके जन्म और हाथी के सिर के अधिग्रहण का विवरण देते हैं
भगवान श्री गणेश के तथास्तु कहने के बाद वह बालक अपने माता-पिता के साथ कैलाश पर्वत पहुंचा। वहां उसने भगवान शिव को अपने ठीक होने की पूरी बात बताई। बालक की बात सुनकर भगवान शिव ने भी माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए 21 चतुर्थी का व्रत रखा। व्रत के प्रभाव से माता पार्वती भी प्रसन्न हो गई
हैप्पी विनायक चविथि 2022: घर पर गणेश चतुर्थी कैसे मनाएं। त्योहार का उत्सव एक महीने पहले शुरू होता है जब भगवान गणेश की मूर्तियां मंदिरों, घरों और पंडालों के लिए कई आकारों में बनाई जाती हैं। आप गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति प्राप्त करके सुबह और शाम पूजा करने के लिए अनुष्ठान शुरू कर सकते हैं
ईश्वर की कृपा आप पर सदैव बनी रहे और आप पर सदैव कृपा बनाये रखे । मैं प्रार्थना करता हूं कि गणेश आपको सुख, ज्ञान, अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करें! Om गण गणपते नमो नमः ! श्री सिद्धिविनायक नमो नमः!
भगवान गणेश का बीज मंत्र 'गं' है. इनसे युक्त मंत्र- 'ॐ गं गणपतये नमः' का जप बहुत फलदायी है. मान्यता है कि इस मंत्र के जप करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है. षडाक्षर मंत्र का जप करने से आर्थिक प्रगति और समृद्धि की प्राप्ती होती है.