किसानों में खाद का वितरण पारदर्शी तरीके से हो-जिला कलेक्टर

किसानों में खाद का वितरण पारदर्शी तरीके से हो-जिला कलेक्टर

(दिलखुश टाटावत)
देवली। जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय फर्टिलाइजर डिस्ट्रीब्यूशन रेगुलेटरी टास्क फोर्स एवं जिला शिकायत निवारण समिति (डीजीआरसी) की बैठक हुई। जिला कलेक्टर ने खरीफ की फसल की बुवाई और उसके बाद रबी की फसल को लेकर जिले में फर्टिलाइजर (खाद) की उपलब्धता एवं मांग की स्थिति को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी जिले में खाद की मांग, राज्य सरकार को समय-समय पर भेजी जाने वाली डिमांड का आकलन प्रो एक्टिव होकर करें। साथ ही, किसानों में खाद का वितरण पारदर्शी तरीके से हो, इसकी सुनिश्चिता के लिए कार्य योजना बनाएं। जिला कलेक्टर ने कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक वीरेंद्र सिंह सोलंकी से वर्तमान में जिले में खाद की उपलब्धता की जानकारी ली और कहा कि मांग और पूर्ति में संतुलन बनाए रखे। कालाबाजारी नहीं हो, ऐसे करने वालों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराएं। किसानों को उचित मूल्य पर ही खाद मिले, इसकी मॉनिटरिंग करें। किसानों की शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया जाएं। बैठक में जिला कलेक्टर ने फसल बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को दिए जाने वाले फसल खराबे के मुआवजे में अनावश्यक टेक्निकल कमियां बताकर रोड़े नहीं अटकाएं। आगामी 15 दिवस में मुआवजे की कार्यवाही की जाएं। जिला कलेक्टर ने संयुक्त निदेशक को निर्देश दिए कि 15 दिन के बाद बीमा कंपनियों द्वारा संतोषजनक कार्यवाही नहीं करने पर नियमानुसार विधि सम्पत कार्यवाही सुनिश्चित की जाएं तथा उच्च स्तर पर इसकी रिपोर्ट की जाएं। बैठक में उद्यान विभाग के उपनिदेशक चंद्रप्रकाश बढ़ाया, परियोजना निदेशक (आत्मा) दिनेश कुमार बैरवा, सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक हनुमान मीणा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश विद्यार्थी, एमडी सीसीबी सीएल बुनकर, एलडीएम रामदयाल यादव, भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष रमेश चंद जाट एवं जिले के किसान रामचरण, परसराम जाट, जीतराम, लोकेश, प्रवीण, गणेश समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।