हनुमान जी थाने में भक्त धरने पर हनुमान चालीसा का पाठ कर बजरंगबली की मूर्ति वापस मांगी
भरतपुर के सेवर थाने के बाहर बड़ी संख्या में भक्त धरने पर बैठे हैं । हनुमान जी को न्याय दिलाने के लिए ये लोग सड़कों पर उतरे हैं । इनकी मांग है कि हनुमान जी को जहां थे , वहीं विराजमान किया जाए । जब तक मूर्ति नहीं मिलेगी , थाने से नहीं हटेंगे । उधर , पुलिस इस मामले में फूंक - फूंक कर कदम रख रही है । सीओ ग्रामीण ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने कहा कि हनुमान मूर्ति की डिमांड की जा रही है । पहले जांच कर रहे हैं । सबकी बातें सुन समझ ली हैं । जल्द हल निकालेंगे । आइए .. अब जानते हैं ' हनुमान जी ' आखिर थाने कैसे पहुंचे सेवर थाने के सामने रविवार को आमलोगों के साथ ही हिन्दू संगठनों से जुड़े लोग शाम चार बजे से ही धरने पर बैठे हैं । इनकी मांग है कि थाने में भगवान हनुमान की मूर्ति रखी हुई है , उसे लोगों के हवाले किया जाए । शनिवार रात 10 बजे पदम विहार कॉलोनी से सेवर पुलिस हनुमान जी की स्थापना की गई मूर्ति को क्रेन से उठवाकर थाने ले आई थी । रात में प्रतिमा को रेत के ढेर पर डाल दिया गया । इसके बाद आक्रोश भड़क गया । लोगों का कहना है कि पुलिस जिस जगह से हनुमान जी की मूर्ति उठा लाई , वो जमीन कीर्ति पाल सिंह की है । दूसरे दिन सुबह 9 बजे कॉलोनी के लोग कीर्ति पाल सिंह के पास पहुंचे । जमीन के मालिकाना हक की जानकारी ली । साथ ही कहा कि मूर्ति उसी जगह फिर से स्थापित की जाए ।
किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी हनुमान जी की मूर्ति शनिवार सुबह पूजा पाठ के बाद एक विवादित चबूतरे पर स्थापित की गई थी । किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना देकर कहा था कि चबूतरा विवादित है । अब उसकी जगह हनुमान प्रतिमा रख दी गई है । जमीन के मालिक कीर्ति पाल सिंह का कहना है कि उसके पुरखों ने चबूतरा बनवाकर भैरव स्थापना कराई थी । बाद में किसी ने उसे दूसरे धर्म के रंग में रंग दिया ।
सूचना पर सेवर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और भगवान हनुमान की मूर्ति उठा लाई । जब इस बारे में लोगों और हिन्दू संगठनों का पता लगा तो वे सेवर थाने पर पहुंच गए और धरना देकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगे । साथ ही मांग रखी कि उन्हें भगवान हनुमान की मूर्ति वापस दी जाए ।
पदम विहार कॉलोनी के रहने वाले कीर्ति पाल सिंह ने बताया कि उसके पूर्वजों की खातेदारी की जमीन पर एक भैरव चबूतरा बना हुआ था । यह चबूतरा उनके परिजनों ने ही बनवाया था । जमीन उनके पूर्वज बाबा पदम सिंह के नाम पर है । कीर्ति पाल सिंह ने बताया कि पदम विहार कॉलोनी में उनके काफी खेत थे । यहां पूर्वज खेती किया करते थे । भरतपुर जिले में शुरू से ही पानी की किल्लत रही है । पानी की किल्लत न हो इसके लिए पूर्वजों ने बोरिंग करवाकर वहां पास में भैरव बाबा की मूर्ति स्थापना की थी । पूर्वजों की आस्था थी कि भैरव की प्रतिमा स्थापित करने से पानी की कमी नहीं रहेगी और पानी मीठा रहेगा ।
धरन पर बैठ गए । बाद में पुलिस थान क अदर बच पर प्रतिमा का रखा । कीर्ति पाल सिंह ने बताया कि साल 1990 में भैरव बाबा के चबूतरे पर किसी ने धर्म विशेष के रंग का कपड़ा डाल दिया । इस बात पर तब ध्यान नहीं दिया । क्योंकि तब यह आम बात थी । शनिवार को कॉलोनी के लोगों ने उसी चबूतरे पर भगवान हनुमान की स्थापना करने की इच्छा जताई । वह हमारे पुरखों की जमीन थी , इसलिए इजाजत दे दी ।
कीर्ति पाल सिंह का कहना है कि वे 3 पीढ़ी से यहां रह रहे हैं । उनकी इजाजत के बिना दूसरे धर्म से संबंधित जगह बना दी गई । अब हनुमान मंदिर के लिए मैंने इजाजत दी है । समाज के लोग मंदिर बनाएं , कोई ऐतराज नहीं है । कांग्रेस कर रही तुष्टिकरण भाजपा नेता गिरधारी तिवारी ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण कर रही है । शनिवार के दिन हनुमान जी की मूर्ति क्रेन से उठाई गई । यह गलत हुआ । खातेदारी की जमीन पर मूर्ति रखी थी । खातेदार से पूछकर मूर्ति रखी थी । 24 घंटे तक पूजा पाठ कर उसकी प्राण प्रतिष्ठा की थी । इस तरह से प्रतिमा हटाना निंदनीय है । तिवारी ने कहा कि हमने पुलिस को तीन विकल्प दिए हैं । पहला- मूर्ति जहां से उठाकर लाई है , वहीं रख दें । जब तक समाधान नहीं होगा , हम वहां पूजा पाठ नहीं करेंगे । दूसरा जमीन अगर सरकारी है तो दूसरे धर्म का भी अधिकार खत्म होना चाहिए । तीसरा- थाने से मूर्ति हमें सौंप दी जाए । हम मूर्ति को किसी दूसरे स्थान पर स्थापित कर देंगे । आंदोलन की चेतावनी तिवारी ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी । तमाम साधु - संतों को जुटाएगी और सड़क पर शामियाना लगाकर आंदोलन किया जाएगा ।
एसडीएम देवेंद्र परमार ने कहा- जमीन को लेकर विवाद है । मामले की जांच करवा रहे हैं कि जमीन खातेदारी की है या फिर सरकारी । जांच के बाद ही कुछ कह सकेंगे । सीओ ग्रामीण ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने कहा कि कुछ लोग सेवर थाना आए हैं । किसी इश्यू पर मूर्ति की मांग कर रहे हैं । जांच करा रहे हैं कि किसकी जमीन है । मामला क्लियर हो जाएगा । हनुमान मूर्ति की डिमांड की जा रही है । पहले जांच कर रहे हैं ।