जन सेवा के लिए सदैव तत्पर भामाशाह खुशपाल सिंह ने क्षेत्र में सामाजिक, सांस्कृतिक, खेलकूद सहित कई आयोजन करवाए।

चित्तौडग़ढ़।कहते हैं दुनिया में धन की कमी नहीं, पर सेवा की भावना के लिए सिर्फ इंसान का मन होना चाहिए।

जन सेवा के लिए सदैव तत्पर भामाशाह खुशपाल सिंह ने क्षेत्र में सामाजिक, सांस्कृतिक, खेलकूद सहित कई आयोजन करवाए।

जन सेवा के लिए सदैव तत्पर भामाशाह खुशपाल सिंह ने क्षेत्र में सामाजिक, सांस्कृतिक, खेलकूद सहित कई आयोजन करवाए।

ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़

चित्तौडग़ढ़।कहते हैं दुनिया में धन की कमी नहीं, पर सेवा की भावना के लिए सिर्फ इंसान का मन होना चाहिए।

मेवाड़ के भामाशाह ने राष्ट्र से अगाध प्रेम के चलते महाराणा प्रताप को अपनी मातृभूमि की रक्षार्थ अपना सर्वस्व दान कर दिया, इसी कारण आज भी भामाशाह दान दाता के पर्याय बन गये और उनका नाम इतिहास में अमर हो गया।

   समाज को देने के लिए ईश्वर ने सबको बहुत कुछ दिया है परन्तु हर किसी को इतना बड़ा मन नहीं दिया।

ऐसे ही जन सेवा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले झीलवाड़ा के समाजसेवी और भामाशाह खुशपाल सिंह सोलंकी जो सहज सरल और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी सोलंकी कुंभलगढ़ क्षेत्र के जाने पहचाने चेहरे, जो क्षेत्र के एक बड़े भामाशाह के रूप में जाने जाते है।

  क्षेत्र में कोई भी सामाजिक, सांस्कृतिक, खेलकूद हो या कोई भी आयोजन हर क्षेत्र में भामाशाह खुशपाल सिंह बढ़ चढ़ कर सहयोग करते आये है।

    पिछले दिनों ही राजस्व कर्मचारी खेल महाकुंभ प्रतियोगिता में भी भामाशाह सोलंकी ने आयोजन में भोजन संबंधी व्यवस्थाएं अपनी ओर से की थी, जिसकी क्षेत्र में लोगों ने दिल खोलकर सराहना भी की।

  वहीं वर्षों से भामाशाह सोलंकी जरूरतमंदों की मदद करते आ रहें हैं। सोलंकी धार्मिक, सामाजिक सभी आयोजनो में आगे रहते हैं।

    वहीं कई प्रशासनिक, धार्मिक आयोजनों में भामाशाह सोलंकी सम्मानित भी हो चुके हैं।

  साथ ही भामाशाह सोलंकी कुंभलगढ़ क्षेत्र के हर वर्ग, हर व्यक्ति की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते हैं, जिनके लिए उन्हें क्षेत्र में जाना पहचाना जाता है।

  सोलंकी ने बहुत कम समय में ही अपनी स्वच्छ छवि के साथ ही एक अलग पहचान बनाई है जो क्षेत्र के बच्चे से लेकर हर बुजुर्ग तक की जुबान पर है।