जबरन घुस कर मकान व खेत की दिवार तोड़ की फसल नष्ट ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर मानव श्रृखंला बना विरोध प्रदर्शन कर सीएम के नाम जिला कलेक्टर को सौपा ज्ञापन।
हाडो की मोरवन व आस पास के गांव वालो ने चित्तौडगढ़ कलेक्टर कार्यालय पहूंच कर मानव श्रखला बना विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल को ज्ञापन सौपा।

जबरन घुस कर मकान व खेत की दिवार तोड़ की फसल नष्ट ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर मानव श्रृखंला बना विरोध प्रदर्शन कर सीएम के नाम जिला कलेक्टर को सौपा ज्ञापन।
संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़
हाडो की मोरवन व आस पास के गांव वालो ने चित्तौडगढ़ कलेक्टर कार्यालय पहूंच कर मानव श्रखला बना विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल को ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन मे बताया कि गांव गुजरो की मोरवन रावतभाटा में दिलीपसिंह पिता गोवर्धनसिंह, लक्ष्मणसिंह व गुमानसिंह पिता बख्तावरसिंह निवासी हाडो की मोरवन जिनकी जमीन गुजरो की मोरवन तहसील रावतभाटा में है जिस पर दिनाक 29-6-2023 को लगभग 9ः30 बजे गुजरो की मोरवन के 100-150 लोग इक्कठे होकर आये और दिलीपसिंह, लक्ष्मणसिंह, गुमानसिंह की कृषि भूमि मे जबरन घुसकर फसल को नष्ट कर दी व खेत के चारो ओर पत्थर की दिवार बनी हुई थी उसको गिरा दी एवं फसल को रौंद डाला एवं कुंए पर बने हुए मकान को भी गिरा दिया उस पर लगे चद्दर फेंक दिये जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दिलीपसिंह, लक्ष्मणसिंह व गुमानसिंह बेघर हो गये ये लोग अपना जीवन-यापन इस खेती से ही करते है जिससे इनका जीवन यापन का संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणो ने कहा कि जिन लोगों ने यह कृत्य किया उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही कि जावे। ग्रामीणो का प्रतिनिधी मंडल जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त से भी मिला। आरोपियो को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
ज्ञापन सौपने वालो मे क्षत्रिय युवक संघ जावदा के अध्यक्ष भोजराज सिंह जावदा निमडी , महामंत्री हिम्मतसिंह जिला परिषद सदस्य अमरसिंह, सरपंच कुलदीपसिंह, विश्वजीत सिंह पूर्व पंचायत समिति सदस्य, करणसिंह अरनिया, जौहर संस्थान के अध्यक्ष राव नरेन्द्रसिंह, उपाध्यक्ष शक्तिसिंह मुरलिया, महामंत्री तेजपाल सिंह शक्तावत, संयुक्त मंत्री गजराजसिंह बराडा, कोषाध्यक्ष गोवर्धनसिंह भाटी, मेवाड क्षत्रिय महासभा जिलाध्यक्ष सहदेव सिंह नारेला, रणजीतसिंह भाटी, व भूपेन्द्रसिंह डगला का खेडा, श्री भुपाल शिक्षा समिति एमडी लालसिंह भाटी, मेवाड़ क्षत्रिय सेना के राजेन्द्रसिंह खेडीया, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासंघ के कानसिंह सुवावा सहित राजपुत समाज एवं सर्व समाज के सैकडो लोग मौजूद थे।