जैविक खेती प्रशिक्षण में सिखाया जैविक खाद बनाने का तरीका
बड़ी सादड़ी,कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडगढ द्वारा जैविक खेती पर संस्थागत प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ीसादड़ी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती आफरो का तालाब गांव से 30 कृषक एवं कृषक महिलाओ ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, डॉ. रतन लाल सोलंकी ने जैविक खेती के उदेश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही जैविक खेती में उपयोग की जाने वाली जैविक कार्बनिक खादों जैसे कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, वर्मी वॉश, डी कम्पोजर, बीजामृत, एवं पंचगव्य आदि के उपयोग पर चर्चा की साथ ही केविके की प्रर्दशन इकाई वर्मी कम्पोस्ट इकाई में जैविक खाद वर्मी कम्पोस्ट एवं वर्मी वॉश बनाने की प्रायोगिक जानकारी से अवगत कराया।

जैविक खेती प्रशिक्षण में सिखाया जैविक खाद बनाने का तरीका
रामसिंह मीणा रघुनाथपुरा
7जुलाई
बड़ी सादड़ी,कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडगढ द्वारा जैविक खेती पर संस्थागत प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ीसादड़ी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती आफरो का तालाब गांव से 30 कृषक एवं कृषक महिलाओ ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, डॉ. रतन लाल सोलंकी ने जैविक खेती के उदेश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही जैविक खेती में उपयोग की जाने वाली जैविक कार्बनिक खादों जैसे कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, वर्मी वॉश, डी कम्पोजर, बीजामृत, एवं पंचगव्य आदि के उपयोग पर चर्चा की साथ ही केविके की प्रर्दशन इकाई वर्मी कम्पोस्ट इकाई में जैविक खाद वर्मी कम्पोस्ट एवं वर्मी वॉश बनाने की प्रायोगिक जानकारी से अवगत कराया।
कार्यक्रम सहायक दीपा इन्दौरिया ने कृषकों को पोषाहार वाटिका प्रबंधन के बारे में तकनीकी जानकारी के बारें में विस्तृत से बताया। श्री संजय कुमार धाकड़, कार्यक्रम सहायक ने जैविक खेती पर प्रकाश डाला। अन्त में दीपा इंदौरिया ने प्रशिक्षण में पधारे कृषक एवं कृषक महिलाओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।