भोजन का संतुलित होने के साथ-साथ पोस्टिक होना अत्यंत आवश्यक है

चित्तौड़गढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतनलाल सोलंकी ने श्री अन्न उत्पादन तकनीकी के बारे में विस्तार से चर्चा की  प्रशिक्षण प्रभारी दीपा इंदौरिया ने बताया मोटा अनाज जागरूकता अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय मोटा अनाज उत्पादक दर्शकों की समूह चर्चा कार्यक्रम मैं पंचदेवला के सरलाई गांव में 25 कृषक महिलाओं व पुरुषो ने भाग लिया

भोजन का संतुलित होने के साथ-साथ पोस्टिक होना अत्यंत आवश्यक है

भोजन का संतुलित होने के साथ-साथ पोस्टिक होना अत्यंत आवश्यक है

संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़

28 अगस्त

चित्तौड़गढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतनलाल सोलंकी ने श्री अन्न उत्पादन तकनीकी के बारे में विस्तार से चर्चा की 

प्रशिक्षण प्रभारी दीपा इंदौरिया ने बताया मोटा अनाज जागरूकता अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय मोटा अनाज उत्पादक दर्शकों की समूह चर्चा कार्यक्रम मैं पंचदेवला के सरलाई गांव में 25 कृषक महिलाओं व पुरुषो ने भाग लिया

डॉ सोलंकी ने अन्न के उत्पादन पर किसानों को मिलने वाले अनुदान के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम की प्रशिक्षण प्रभारी दीपा इंदौरिया ने बताया कि कुपोषण उन्मूलन मैं श्री अन्न की विशेष भूमिका है। उन्होंने इसके बारे में चर्चा करते हुए कहा की वर्तमान परिवेश में भोजन का संतुलित होने के साथ-साथ पोस्टिक होना अत्यंत आवश्यक है। लेकिन भोजन का साधारण होना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। क्योंकि हम जितनी ज्यादा वैरायटी वाला भोजन करेंगे हमारे शरीर को उसे पचाने में उतनी ही ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी l श्री अन्न रोटी को खाने के लिए हमेशा ध्यान रखें की एक बार में एक ही प्रकार के अनाज का प्रयोग करें , साथ ही इस अनाज को उपयोग करने से पूर्व 5 से 6 घंटे भिगोए फिर उसे अच्छे से सुखाएं तत्पश्चात उसे पिसवा कर प्रयोग करें lकेद, के कार्यक्रम सहायक श्री संजय कुमार धाकड़ ने मोटे अनाज की फसलों के साथ ही विभिन्न खरीफ फसलों एवं सब्जियों में कीट व खरपतवार नियंत्रण विषय पर चर्चा की।