मां दुर्गा की कथा श्रवण से मनुष्य के सभी पाप एवं कष्ट होते हैं दूर- पं. शास्त्री

निंबाहेड़ा । नगर की आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का सात दिवसीय षष्ठम पाटोत्सव का शुभारम्भ सोमवार को भव्य अमृत कलश एवं श्रीमद् देवी महापुराण ग्रंथ यात्रा के साथ हुआ।

मां दुर्गा की कथा श्रवण से मनुष्य के सभी पाप एवं कष्ट होते हैं दूर- पं. शास्त्री

मां दुर्गा की कथा श्रवण से मनुष्य के सभी पाप एवं कष्ट होते हैं दूर- पं. शास्त्री

*भव्य अमृत कलश एवं श्रीमद् देवी महापुराण ग्रंथ यात्रा के साथ संगीतमय श्रीमद् देवी महापुराण एवं षष्ठम पाटोत्सव का हुआ शुभारम्भ*

निम्बाहेड़ा। नगर की आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का सात दिवसीय षष्ठम पाटोत्सव का शुभारम्भ सोमवार को भव्य अमृत कलश एवं श्रीमद् देवी महापुराण ग्रंथ यात्रा के साथ हुआ।

इस अवसर पर विवेकानंद वाटिका, आदर्श कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर से प्रात: 8 बजे घोड़े एवं ऊंट के साथ भव्य अमृत कलश एवं विशाल श्रीमद् देवी महापुराण ग्रंथ यात्रा निकाली गई। इस दौरान सैंकड़ों धर्मप्रेमी महिलाऐं सिर पर अमृत कलश धारण कर मंगल गीत गाते हुए साथ चल रही थी। वहीं पाटोत्सव कार्यक्रम आयोजक एडवोकेट श्याम शर्मा-पुष्पा शर्मा ने खुली जीप में सवार होकर श्रीमद् देवी महापुराण को सीर पर धारण किया हुआ था।

शोभायात्रा के दौरान श्री साकेत धाम आश्रम रतलाम के प्रसिद्ध कथा वाचक श्रद्धेय पंडित श्री मृदुलकृष्ण जी शास्त्री एक रथ पर सवार थे। आदर्श कॉलोनी से आरम्भ हुई अमृत कलश एवं श्रीमद् देवी महापुराण ग्रंथ यात्रा स्वामी विवेकानन्द सर्कल, नूर महल रोड़, पंचौली चौराहा, श्री परशुराम सर्कल, शेखावत सर्कल से होते हुए आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पहुंची, जहां कथा वाचक श्री मृदुलकृष्ण जी शास्त्री द्वारा श्रीमद् देवी महापुराण दिव्य ज्ञान की अमृत वर्षा आरम्भ की गई।

इससे पूर्व शोभायात्रा के दौरान मार्ग में कई स्थानों पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा शोभायात्रा का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया। शोभायात्रा में महिलाऐं मंगल गीत गाते एवं डीजे पर भजनों की ध्वनी के साथ नृत्य करते हुए चल रह थी।

*श्रीमद् देवी महापुराण कथा का हुआ शुभारंभ*

आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के षष्ठम पाटोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद् देवी महापुराण कथा के प्रथम दिन कथा वाचक श्री मृदुलकृष्ण जी शास्त्री ने व्यासपीठ से सभी देवों की अराधना की। इस अवसर पर उन्होने कहा कि प्रथम दिन व्यास जी जन्म कथा के साथ आगामी दिनों में मां दुर्गा के नौ रुपों की महिमा बताई जाएगी। श्रीमद देवी भागवत महापुराण की कथा का वर्णन करते उन्होने कहा कि अठारह पुराणों में देवी भागवत पुराण उसी प्रकार सर्वोत्तम है, जिस प्रकार नदियों में गंगा, देवों में शंकर, काव्यों में रामायण, प्रकाश स्त्रोतों में सूर्य, शीतलता और आह्लाद में चंद्रमा, कर्मशीलों में पृथ्वी, गंभीरता में सागर और मंत्रों में गायत्री आदि श्रेष्ठ हैं। उन्होंने कहा कि मां शब्द संसार में सर्वश्रेष्ठ है। मां दुर्गा की कथा श्रवण से मनुष्य के सभी पाप एवं कष्ट दूर हो जाते हैं। अपने कार्यो की सिद्धी के लिए भगवान राम ने भी मां की उपासना की थी। पं.शास्त्री ने कहा कि यह पुराण श्रवण सब प्रकार के कष्टों का निवारण करके आत्मकल्याण करता है तथा भक्तों को ऋद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है। इसकी महिमा इतनी महान है कि नियमपूर्वक एक-आध श्लोक का उच्चारण करने वाला भक्त भी भगवती की कृपा का पात्र बन जाता है।

कार्यक्रम आयोजक एडवोकेट श्याम पुष्पा शर्मा ने बताया कि श्रीमद् देवी महापुराण कथा का आयोजन प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक होगा। एडवोकेट शर्मा ने समस्त धर्मप्रेमी क्षेत्रवासियों से इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने का आग्रह किया है।