धनेतकलां गांव में पेयजल टैंकर चालक के उखड़े रवैये तथा पानी कि टाइमिंग व शुद्धता को लेकर नाराज  है माताएं बहने एवं आमजन 

चित्तौड़गढ़ जिले के निकटवर्ती आदर्श गांव धनेतकलां मैं प्रचंड गर्मी के चलते और ग्रामीण जनों की मांग पर वर्ष की भांति इस बार भी सरपंच रणजीत सिंह भाटी ने प्रशासन से गुहार लगा कर कागजी कार्रवाई पूर्ण कर पीने के पानी की आपूर्ति को पूरा करने के लिए लगभग 8 टैंकर पूरे गांवमें पानी की सप्लाई शुरू करवाई  

धनेतकलां गांव में पेयजल टैंकर चालक के उखड़े रवैये तथा पानी कि टाइमिंग व शुद्धता को लेकर नाराज  है माताएं बहने एवं आमजन 

धनेतकलां गांव में पेयजल टैंकर चालक के उखड़े रवैये तथा पानी कि टाइमिंग व शुद्धता को लेकर नाराज  है माताएं बहने एवं आमजन 

 रिपोर्टर पंडित मुकेश कुमार 

चित्तौड़गढ़ जिले के निकटवर्ती आदर्श गांव धनेतकलां मैं प्रचंड गर्मी के चलते और ग्रामीण जनों की मांग पर वर्ष की भांति इस बार भी सरपंच रणजीत सिंह भाटी ने प्रशासन से गुहार लगा कर कागजी कार्रवाई पूर्ण कर पीने के पानी की आपूर्ति को पूरा करने के लिए लगभग 8 टैंकर पूरे गांव में पानी की सप्लाई शुरू करवाई  

जिसके चलते ग्रामीण जनों ने सरपंच रणजीत सिंह भाटी और प्रशासन का तहे दिल से धन्यवाद अदा किया 

लेकिन ग्रामीण जनों की किस्मत में खुशी कहां लिखी थी पानी के टैंकर का जिसको टेंडर मिला सुनील शर्मा जॉ की पानी का टैंकर लेकर आता है गांव कि माता बहनों ने बताया कि वह सबके साथ 

आकोर्षित और उखड़े रवैये से पेश आता है सबके साथ ऐसा व्यवहार करता है मानो पानी का टैंकर। वह खुद अपनी जेब से पैसा खर्च करके अपनी तरफ से गांव की प्यास बुझा रहा हो वह किसी को अपने टैंकर के पाइप के हाथ नहीं लगाने देता वह खुद भरता है सबके और बर्तनों को लेकर भी कहता है कि केवल दो घड़ों से ज्यादा नहीं भरने देंगे 

माताओ बहनों ने यह भी बताया कि पानी भी अच्छा नहीं लाता है गंदा गंदा पानी पूछने पर बताता है कि कूड़े से भरकर आते हैं जब उसमें गंदगी है तो मैं क्या करूं साथ ही धमकी भी देता है भरना हो तो भरो या भाड़ में जाओ मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता मेरी ऊपर तक अच्छी जान पहचान है 

और ग्रामीण जनों ने यह भी बताया कि गांव में कई  जगह गौ माता के लिए बनाई गई कुड़ियों को भी नहीं भरता है तथा अपने मिलने वालों के बाहर ही अधिक देर तक टैंकर खड़ा करके काफी देर तक उनके पानी भरवाता है 

और कई बार तो 5 मिनट में ही पूरा टैंकर खाली हो जाता है ग्रामीणों ने कहा कि हमें तो यह भी पूरा शक है कि यह पूरा टैंकर भी भरके नहीं लाता है आदि ऐसी कई शिकायते बताइ ग्रामीण माताओं बहनों ने 

अतः मीडिया के माध्यम से समस्त धनैतकलां वासियों ने सरपंच साहब और प्रशासन से निवेदन किया है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इस पर जल्दी संज्ञान लिया जाए 

तथा हम गांव वालों के लिए एक अच्छे शुद्ध जल की व्यवस्था की

और साथ ही यह भी कहा कि इस टैंकर चालक सुनील का कोई पानी लाने का टाइम भी फिक्स नहीं है कभी भी ले आता है

सुबह दिन में शाम को जिसके चलते भी हम परेशान रहते हैं कहीं खेत कुएं पर काम करने भी नहीं जा सकते क्योंकि हम गए और पानी आकर चला गया तो फिर अगले दिन तक हम और हमारे बच्चों को प्यासे ही बैठा रहना पड़ता है 

ग्रामीण कहा कि यदि इसी प्रकार चला रहा तो हम सभी इकट्ठा होकर कलेक्टर साहब को ज्ञापन देने पहुंचेंगे बहुत जल्द और कलेक्ट्री का घेराव करेंगे जिसकी जम्मेदारी प्रशासन की होगी यदि उन्होंने जल्द संज्ञान नहीं लिया तो 

आपको बता दे की प्यारै दर्शकों  सरकार की तरफ से हर गांवों में तथा शहरों में जहां पानी की कमी है वहां पर सरकार ने पेयजल व्यवस्था कर रखी है टैंकर द्वारा जिसको लेकर 20 नियम है जिसकी पालना करना टेंडर लेने वाले की संपूर्ण जिम्मेदारी है वरना उस पर विभागीय कार्रवाई हो सकती है 

जिसमें से कुछ मुख्य बिंदु हम आपको बताते हैं 

- क्या पेयजल वितरण वाहनों पर जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगे हुार

हैं।

• क्या वितरण किये जाने वाले पेयजल की जांच जलदाय विभाग

की प्रयोगशाला में वितरण से पूर्व कर ली गई है

- क्या टैंकर में भरे पेयजल की क्षमता का निर्धारण करने के लिए धर्म कांटों से तोल कराया जा रहा है

क्या टैंकरों पर राज्य सरकार द्वारा निशुल्क पेयजल वितरण के

स्लोगन लिखे हुए हैं

• क्या पेयजल वितरण वाले हर टैंकर क जीपीएस लोकेशन

फोटोग्राफ लिये जा रहे है

- क्या टैंकर वाहन का पूरा विवरण वाहन नंबर, चालक का नाम

व ड्राइविंग लाइसेंस संधारित किए जा रहे है

7. क्या टैंकर रवाना होने से पूर्व ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा

निर्धारित कूपन टैंकर चालकों को दिए जा रहे है

8. क्या टैंकर में भरे जा रहे जल के स्रोत का नाम पता संधारित

किया जा रहा है।

9. क्या विकास अधिकारी द्वारा पेयजल वितरण व्यवस्था का

आवश्यक निरीक्षण किया जा रहा है

यदि उपरोक्त नियम व शर्तों की पालना की जा रही है तो धनेतकलां गांव में तो

निरीक्षण रिपोर्ट सार्वजनिक करें। ताकि आम जनता यह जान सके कि पेयजल वितरण में कितनी पारदर्शिता बरती जा रही है।

 हमारा मकसद सिर्फ प्रशासन को चेताना था ताकि अधिकारियों द्वारा पेयजल वितरण पारदर्शिता से कराने हेतु पुख्ता निगरानी कराई जाएगी 

अब देखना यह है कि अधिकारियों द्वारा अपने वातानुकूलित कक्षों से बाहर निकल कर राजनीतिक दबाव को दरकिनार करते हुए जनहित में पेयजल वितरण के नियम शर्तों की पालना कराई जाएगी या फिर स्खबर को झुठलाते हुए पेयजल वितरण व्यवस्था को सही बता कर इति श्री कर ली जाएगी।