निर्भीक पत्रकारिता के सामने चिकित्सा विभाग के पीएमओ का तुगलकी फरमान हुआ धराशाई। 

चित्तौड़गढ़। जिला मुख्यालय स्थित श्री सांवलिया चिकित्सालय में व्याप्त कई कमियों को लेकर अलर्ट नेशन न्यूज सहित मीडिया में लगातार समाचार प्रकाशित होने के बाद पीएमओ द्वारा चिकित्सालय परिसर में आम जन एवं पत्रकारों द्वारा फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी पर मनाही का बोर्ड लगा दिया गया

निर्भीक पत्रकारिता के सामने चिकित्सा विभाग के पीएमओ का तुगलकी फरमान हुआ धराशाई। 

सांवलिया जी चिकित्सालय में पीएमओ द्वारा निष्पक्ष पत्रकारिता पर रोक लगाने का विधि विरुद्ध बोर्ड जिसमें फोटो और विडियो ग्राफी पर लगाया था प्रतिबंध को आखिरकार हटना पड़ा।

चित्तौड़गढ़। जिला मुख्यालय स्थित श्री सांवलिया चिकित्सालय में व्याप्त कई कमियों को लेकर अलर्ट नेशन न्यूज सहित मीडिया में लगातार समाचार प्रकाशित होने के बाद पीएमओ द्वारा चिकित्सालय परिसर में आम जन एवं पत्रकारों द्वारा फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी पर मनाही का बोर्ड लगा दिया गया

लेकिन पीएमओ के इस तुगलकी फरमान का पत्रकारों द्वारा भरसक निंदा कर विरोध करने के बाद आखिर इस चेतावनी बोर्ड को हटा दिया गया।

जिला मुख्यालय स्थित श्री सांवरिया चिकित्सालय में व्याप्त कई कमियों को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित होने के बाद पीएमओ द्वारा चिकित्सालय परिसर में जगह-जगह आम जन एवं पत्रकारों द्वारा फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी करने पर रोक लगा दी गई, और ऐसा करने पर कार्रवाई करने की बात भी कही गई, जिसको लेकर 

निहाल दैनिक समाचार पत्र 

द्वारा भी प्रमुखता के साथ यह समाचार प्रकाशित किया गया था। लगातार हो रहे इस विरोध के बाद आखिरकार पीएमओ द्वारा इस तरह की चेतावनी का बोर्ड हटा दिया गया। पीएमओ द्वारा पहले कहा गया था कि चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक के निर्देश पर यह बोर्ड लगाया गया, लेकिन जब संयुक्त निदेशक से जानकारी चाही गई तो उन्होंने इससे साफ इंकार कर दिया, और आखिरकार यह बोर्ड हटाना पड़ा। अतिरिक्त जिला कलक्टर भूमि अवाप्ति सुरेन्द्र सिंह पुरोहित ने भी पीएमओ द्वारा इस प्रकार के बोर्ड लगाने को विधि विरुद्ध बताया था।