बैरवा शिक्षा प्रचार एवं सहायतार्थ समिति, जयपुर के निर्विरोध अध्यक्ष बने समाजसेवी श्री एस.के.बैरवा

निहाल दैनिक समाचार / NDNEWS24X7
रिपोर्ट देवी लाल बैरवा जयपुर
जयपुर l समाज सेवा का जज्बा और जुनून हो तो बड़े से बड़ा कार्य भी आसानी से किया जा सकता है । समाज में इस प्रकार की सोच के साथ शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के उद्देश्य से समाज के कुछ बुद्धिजीवियों ने 1987 में "बैरवा शिक्षा प्रचार एवं सहायतार्थ समिति,जयपुर का गठन किया था। जिसके प्रथम अध्यक्ष डॉ.मोती लाल बैरवा बरकत नगर, जयपुर निवासी ने इसका पंजीयन करवाकर समाज के असहाय एवम जरूरतमंद छात्रों के लिए शिक्षण सामग्री, फीस, पोशाक इत्यादि की सहायता करने हेतु जयपुर और इसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले बैरवा समाज के भामाशाहों, दानदाताओं से राशि एकत्र कर उन छात्रों को मुहैया कराकर उन्हें शिक्षित बनाने की अच्छी पहल की थी । निस्वार्थ भाव एवम सच्ची लग्न से कार्य करने वालो की कद्र समाज के भामाशाह एवम दानदाता भी करते है । यही कारण है की आज इस समिति ने जयपुर मे जयपुर विकास प्राधिकरण से पहले 2000 वर्ग मीटर भूमि का आबंटन करवाया ।इस आबंटन में चाकसू के तत्कालीन विधायक एवं अखिल भारतीय बैरवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लक्ष्मी नारायण बैरवा जी का प्रयास एवंम समाजसेवी सर्व श्री कजोडमल बैरवा, एस.के.बैरवा, श्री श्रीनारायण चंद्रवाल, श्री नवल कुमार बैरवा (JDA), श्री कन्हैया लाल बैरवा (सचिवालय) की मेहनत काबिले तारीफ है ।
संस्था के दूसरे कार्यकाल के अध्यक्ष सेवा निवृत जज और राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य रहे श्री आर.के. आकोदियां एवंम तीसरे कार्यकाल के अध्यक्ष श्री दीप चंद बैरवा (रिटायर्ड IFS) एवं उनकी कार्यकारिणी व सदस्यों की निष्ठा और ईमानदारी के कारण आज वहां पर दानदाताओं के सहयोग से दो मंजिल भवन, 31 कमरे, डायनिंग हाल, कॉन्फ्रेंस हाल,बाथरूम इत्यादि की सुविधाएं उपलब्ध है जिसमे 50=60 छात्र उच्च शिक्षा अध्ययन एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी हेतु निवास करते है। संस्था में आय व्यय की पारदर्शिता है और नियमित रूप से आडिट भी करवाया जाता है । समाज ने भामाशाह, समाजसेवी, पत्रकार और कर्मयोगी श्री एस. के. बैरवा पर विश्वास जताते हुए उन्हें निर्विरोध इस संस्था का अध्यक्ष चुना है । ज्ञातव्य है कि श्री एस.के.बैरवा जी ने छात्रावास बनवाने में न केवल दानदाताओं से सहयोग दिलवाने में मदद की बल्कि अपने पिता स्वर्गीय श्री रामलाल जी बैरवा की स्मृति में अपने परिवार की ओर से भी 1लाख 51 हजार रुपए की राशि का भी सहयोग पूर्व में दिया था । श्री एस.के.बैरवा पहले भी समाज की अन्य संस्थाओं में उच्च पदों पर रहकर समाज की सेवा करते आये है और अब शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली इस संस्था को और ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य करेंगे ।