दौसा के ग्राम भांवता में अंतराष्‍ट्रीय मजदूर दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया

दौसा के ग्राम भांवता में अंतराष्‍ट्रीय मजदूर दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया

निहाल दैनिक समाचार / NDNEWS24X7

दौसा l दिनांक 1 मई 2022 को डॉ. भीमराव अंबेडकर जन सेवा सामाजिक समिति दौसा ग्राम भांवता में अंतराष्‍ट्रीय मजदूर दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें ग्राम भावता की 50 महिलाओं व बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम में संस्था के निदेशक भागचन्द निकटपुरी ने बताया कि भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत कामकाजी लोगों के सम्‍मान में मनाया जाता है। इस दौरान महिलाओं ने गांव में रैली भी निकाली। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्‍दुस्‍तान ने आजादी से पहले 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। उस समय इसे मद्रास दिवस के रूप में मनाया जाता था। इसी दौरान भारत में पहली बार लाल झंडा भी फहराया गया था। अंतराष्‍ट्रीय तौर पर मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई 1886 को हुई थी। अमेरिका के मजदूर संघों ने मिलकर निश्‍चय किया कि वे 8 घंटे से ज्‍यादा काम नहीं करेंगे। इसके लिए सामाजिक संगठनों ने हड़ताल की। इस हड़ताल के दौरान 4 मई को शिकागो की हेमार्केट में बम ब्लास्ट हुआ। इस बीच पुलिस ने मजदूरों पर गोली चला दी, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई और 100 से ज्‍यादा लोग घायल हो गए। इसके बाद 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में ऐलान किया गया कि हेमार्केट नर-संहार में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन सभी कामगारों और श्रमिकों का अवकाश रहेगा। इसी के साथ महिलाओं को बताया की हम सबको भारतीय संविधान ने भी रोजगार का अधिकार भी दे रखा है। सभी को रोजगार के अधिकार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान डॉ. भीमराव अम्बेडकर जन सेवा सामाजिक समिति दौसा के निदेशक भागचन्द निकटपुरी, प्रिती शर्मा, सरोज, पिंकी पांचाल, पुजा शर्मा, लक्ष्मी मीना, पूनी बलाई, नारंगी पटवा, अनिता योगी, सीमा बाई मीना आदि मौजुद रहे।