आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित

आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित

(दिलखुश टाटावत)
देवली। भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा टोंक जिले में आशान्वित ब्लॉक के तहत पीपलू ब्लॉक का चयन किया गया है। इसी के तहत संपूर्णता अभियान एवं आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम की प्रगति को लेकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक ली। जिला कलेक्टर ने संपूर्णता अभियान की स्वास्थ्य, पोषण, कृषि सामाजिक विकास में दिए गए 6 इंटिकेटर के आधार पर प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ एवं बीसीएमओ को गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व देखभाल (एएनसी) के शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित हो। आशा सहयोगिनी ग्राम में रहने वाली प्रत्येक गर्भवती महिला की सूचना 48 घंटे में एएनएम को दें। उपखंड क्षेत्र में हाइपरटेंशन और शुगर की स्क्रीनिंग में कम प्रगति पर इसे आगामी एक माह में कैंप लगाकर बढ़ाने के निर्देश दिए। महिला एवं बाल विकास विभाग के पोषाहार उपलब्धता एवं वितरण में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर सीडीपीओ पीपलू को कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए एसडीओ पीपलू कपिल शर्मा को कहा। कृषि विभाग को मृदा परीक्षण एवं सॉयल हेल्थ कार्ड किसानों को वितरित किए जाने पर जोर दिया। सामाजिक विकास के लिए राजीविका की महिलाओं को अधिकाधिक संख्या में जोड़े जाने की मॉनिटरिंग करने के लिए जिला परिषद की सीईओ प्रतिष्ठा पिलानिया को निर्देशित किया।
जिला कलेक्टर ने कार्यक्रम से जुड़े जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में चिकित्सा एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं अन्य जुड़े हुए कार्य, बुनियादी ढांचे, सामाजिक विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। इसमें किसी भी तरह की शिथिलता को स्वीकार नहीं किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने बीसीएमओं को उपखंड क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के विकास के लिए कराए जाने वाले कार्यों का एस्टीमेट बनाकर आगामी बैठक में लाने के लिए निर्देशित किया। साथ ही, सीईओ को स्वच्छ भारत मिशन के तहत 38 बालिका शौचालय बनवाए जाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए।