बोहेड़ा में सात दिवसीय गौ कथा का हुआ भव्य शुभारंभ
रिपोर्टर बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
17 अप्रैल
बोहेड़ा, कथा से पूर्व नगर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली बड़ीसादड़ी। उपखंड के बोहेड़ा गांव में सात दिवसीय गौ कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। कथा शुभारंभ से पूर्व महिलाओं सहित बड़ी संख्या में गौ भक्त लाखनसुर बालाजी मंदिर प्रांगण में एकत्रित हुए। लाखनसुर बालाजी मंदिर से दोपहर बाद 4:00 बजे कलश यात्रा जुलूस के रूप में गाजे बाजे के साथ बस- स्टैंड व रावला चौक होते हुए नंद वाटिका के पास स्थित गौ कथा स्थल भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र पर पहुंची। जुलूस में साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी रथ में विराजमान थी। शोभायात्रा में महिलाएं नए-नए राजस्थानी परिधान पहने सिर पर कलश धारण किए मंगल गीत गा रही थी। वहीं दूसरी ओर कई युवा बैंड बाजों के भजनों पर थिरकते नजर आ रहे थे। कलश यात्रा के दौरान बीच-बीच में श्रद्धालु गौ माता व भारत माता की जय के जयकारे लगा रहे थे। गो कथा आयोजन समिति एवं नगर वासियों ने शोभायात्रा से पूर्व बाजार को सजाकर पूरे नगर को गौ भक्ति के रंग में रंग दिया। जगह-जगह गौमाता से जुड़े हुए स्लोगन व जानकारी लिखी हुई थी। आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं ने कथा स्थल के पांडाल को गो भक्तिमय बना दिया। गो भक्तों द्वारा व्यासपीठ एवं मंच को विशेष रूप से सजाया गया। क्षेत्र के लोगों की गौ माता के प्रति आस्था व रूचि को देखते हुए कथा स्थल पर गो कथा आयोजन समिति व नगर वासियों ने बड़े पैमाने पर गो भक्तों के लिए बैठकने की अच्छी व्यवस्था कई है। गांव के सभी समाज के लोग गौ कथा में अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं। आयोजन समिति ने अधिक से अधिक संख्या में गौ माता की कथा सुनने का निवेदन किया है। नगर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए विशाल कलश व शोभायात्रा पर जगह - जगह धर्म प्रेमी बोहेड़ा वासियों ने अपने मकान की छत से पुष्प वर्षा कर स्वागत व सत्कार करते हुए जलपान भी कराया। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने कथा का आरंभ गणेश पूजन कर किया। कथा में साध्वी निष्ठा गोपाल दीदी ने गो कथा का महात्मय व गो कथा के प्राकट्यीकरण जैसे विषयों पर गहनता से प्रकाश डाला। कथा आरंभ से पूर्व नगर वासियों व आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं ने साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी का स्वागत एवं सम्मान किया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हुए। आयोजन समिति से मिली जानकारी के अनुसार कथा 16 तारीख से प्रारंभ होकर 22 तारीख को पूरी होगी। प्रतिदिन कथा का समय 7:30 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। कथा स्थल को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। रोज कथा के बाद सभी आगंतुक भक्तों को आयोजन समिति अथवा धर्म प्रेमी महानुभावों द्वारा प्रसाद वितरण किया जायेगा।