किसानों को समझाई मिट्टी का नमूना लेने की तकनीक

किसानों को समझाई मिट्टी का नमूना लेने की तकनीक
रामसिंह मीणा रघुनाथपुरा
24 अप्रैल
बड़ीसादड़ी चित्तौड़गढ़ जिले के कृषि विज्ञान केंद्र ने एक दिवसीय असस्थागत कृषक प्रशिक्षण दिनांक 24 04 2022 को गांव दमदमा पंचायत समिति चित्तौड़गढ़ में आयोजित किया गया यह असस्थागत प्रशिक्षण में मिट्टी नमूना लेने की तकनीक पर आधारित था जिसमें जिले की 30 कृषकों ने भाग लिया केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ रतनलाल सोलंकी ने किसानों को समझाया की रासायनिक उर्वरकों के लगातार अंधाधुध एवं असंतुलित प्रयोग करते रहने से मृदा की भौतिक दशा ख़राब होती जा रही हैं तथा प्रशिक्षण में समानिवत पौषक तत्व प्रबंधन का महत्व एवं आवश्यक पोषक तत्वों की जानकारी पौधों पर पोषक तत्व की कमी के लक्षण एवं कमी को पूरा करने उपाय के साथ ही मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच हेतु मिट्टी नमूना लेने की तकनीकी समझाई एवं लवणीय एवं क्षारीय भूमि की पहचान भूमि सुधार हेतु जिस्म प्रयोग व हरी खाद का महत्व समझाया डॉ रतनलाल जी सोलंकी ने किसानों को वमी कंपोस्ट बनाने की विभिन्न विधियों व जैविक खाद बनाने की प्रायोगिक जानकारी दी एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड का महत्व एवं उपयोगिता समझाएं व कार्ड की सिफारिश अनुसार खाद एवं उर्वरक उपयोग करने की सलाह दी डॉ रतनलाल सोलंकी ने किसानों को खेत की मिट्टी जांच कराकर मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्राप्त करना आवश्यकता है मृदा जांच के आधार पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड में ही फसलों केलिए खाद व उवरको की सिफारिश की जाती है क्षारीयता व लवणीयता के बारे में मृदा स्वास्थ्य कार्ड से पता चलता है की इसके आधार पर समस्या ग्रस्त भूमि के सुधार प्रबंध के बारे में सिफारिश दी जाती है किसान भाई मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सिफारिश नुसार खाद का प्रयोग कर फसल की लागत कम कर सकते हैं उपस्थित कृषकों को कृषि साहित्य के रूप में कृषि कैलेंडर दिए गये श्री, अखिलेश पाण्डे सीएस आर बिरला सीमेंट ने सब्जी फसलों के उत्पादन एवं कीट नियंत्रण के बारे में उन्नत तकनीकी की जानकारी एवं कृषक प्रशिक्षण में पधारे किसानों को धन्यवाद अपितु किया।