शिक्षक की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करना सबसे बड़ी चुनौती: पुष्करणा

शिक्षक की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करना सबसे बड़ी चुनौती: पुष्करणा
शिक्षक की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करना सबसे बड़ी चुनौती: पुष्करणा

शिक्षक को निर्भय होकर अच्छे राष्ट्र और नागरिक का निर्माण करना चाहिए

10 मई

डूंगला . राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अर्नेड में आयोजित संस्था प्रधान सत्रांत वाक पीठ में उपशाखा डूंगला के समस्त प्रधानाचार्य और शिक्षकों द्वारा स्वागत अभिनंदन किया गया । इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुष्करणा ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं जो भारत भूमि पर जन्म पाया ।भारत भूमि को मां मानते हुए भारत माता की जय करते हैं। ईश्वर के सभी अवतार भारत भूमि पर हुए। भारत में स्वयं भगवान ने राम ,कृष्ण,महावीर ,बुद्ध के रूप में जन्म लिया।इस पुण्य भूमि पर जन्म लेना हमारा सौभाग्य है, शिक्षक के रूप में कार्य करने का अवसर मिलना हमें और भी अधिक सौभाग्यशाली बनाता है। शिक्षक होने के नाते हमें ईश्वर को धन्यवाद करना चाहिए कि हमें श्रेष्ठ भूमि पर जन्म देकर महापुरुषों के निर्माण का कार्य सौंपा है ।ईश्वर ने हमें सभ्यता संस्कृति और हमारे पवित्र ग्रंथों को देकर हमें अन्य चौपाया जीवों से श्रेष्ठ बनाया है ।हमारे ऋषि-मुनियों ने हमें श्रेष्ठ जीवन दर्शन दिया ।जब भारत भूमि पर ऋग्वेद जैसे श्रेष्ठ ग्रंथों की रचना हुई तब विश्व की अन्य सभ्यताएं पशुवत जीवन यापन कर रही थी ।भारत के प्रथम प्रधानमंत्री का प्रथम विदेश दौरा इंडोनेशिया का हुआ ।इंडोनेशिया सबसे बड़ा मुस्लिम राष्ट्र होते हुए भी हमारी संस्कृति और सभ्यता को मानता है। उनके एयरलाइंस का नाम गरुड़ और एयरपोर्ट पर भगवान गणेश जी की प्रतिमा लगी है ।आज भी इंडोनेशिया में रामलीला का मंचन होता है और रामायण दिखाने वाला प्रथम राष्ट्र इंडोनेशिया है, भारत ने कभी दुनिया पर आधिपत्य जमाने के लिए आक्रमण नहीं किया । हमारे पास आने वाले बच्चे को ईश्वर का रूप मानकर शैक्षिक कार्य की चुनौतियों जैसे पोषाहार, विद्यालय की साफ-सफाई ,डाक बनाने, ऑनलाइन कार्य करने आदि के साथ हमें उस बालक का सर्वांगीण विकास करना है ।सरकार हमें शिक्षक नहीं कर्मचारी मानकर अनेक प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्य करवा रही हैं ।राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय अखिल भारतीय स्तर पर 1200000 सदस्यों के साथ सबसे बड़ा संगठन है। प्रदेश स्तर पर भी 153000 सदस्य संख्या के साथ प्रदेश का सबसे बड़ा संगठन है। आज शिक्षक की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए शिक्षक को ट्रांसफर पॉलिसी बनाकर राजनीति से बाहर निकालना अनिवार्य है। ट्रांसफर शिक्षक की मर्जी से पॉलिसी के तहत होने चाहिए ।तृतीय श्रेणी अध्यापक से लेकर सहायक निदेशक के पद तक कार्य करने वाला एक ही संगठन है राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय। संगठन के महत्वपूर्ण प्रयासों में शिक्षक कल्याण बोर्ड की स्थापना करवाना भी प्राथमिक रहेगा ।सरकारों ने शिक्षकों के संगठन को कभी महत्व नहीं दिया इसका कारण एकाधिक संगठन होकर विभिनता होना है ।इस समस्या के समाधान के लिए आवश्यक है कि सरकार नियम बनाकर नियमानुसार किसी संगठन को मान्यता प्रदान करें। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करवाना संगठन का महत्वपूर्ण प्रयास है ।इसके लिए जनता से भी आवाज उठनी आवश्यक है ।सरकारें पद खाली रखकर हमारे बच्चों का भविष्य खराब कर रही है। आज भारत का डंका विश्व में बज रहा है इसमें हमारे शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है ।कोई चलता पद चिन्हों पर कोई पद चिन्ह बनाता है ,हे वही सूरमा जग में ,जो अपनी राह बनाता है ।इसी ध्येय के साथ राष्ट्र के लिए बलिदान होने का भाव हमारे अंदर जागृत हो। शिक्षक को निर्भय होकर राष्ट्र निर्माण का कार्य करना चाहिए। जिला अध्यक्ष तेजपाल सिंह शक्तावत ने नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पुष्करणा को जिले के समस्त शिक्षकों की ओर से बधाई देते हुए कहा कि आज शिक्षा में नवाचार आवश्यक है। आज कई प्रकार की बाधाएं और समस्याएं हमारे सामने खड़ी है ।संगठन हमेशा शिक्षकों के साथ खड़ा रहकर समस्याओं के समाधान के प्रयास कर रहा है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने 11 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन के माध्यम से सौंप,सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखा। संगठन ने अपने संघर्ष को चरणबद्ध रूप से उपशाखा, जिला शाखा और प्रदेश स्तर पर ज्ञापन देकर आगे बढ़ाया है ।अभी 24 अप्रैल 2023 को प्रदेश स्तर पर शहीद स्मारक जयपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार को पुनः जताया है ।अगर अभी भी सरकार नहीं जागी तो आने वाले समय में संगठन द्वारा बहुत बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश चंद्र पुरोहित ने कहा कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय एकमात्र संगठन है जो कार्यकर्ता निर्माण से राष्ट्र निर्माण की बात करता है। संगठन हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर अपना कार्य करता है। अन्य कैडर बेस संगठनों की तरह सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए कार्य नहीं करता। वाक पीठ अध्यक्ष छगनलाल पुरोहित ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिला उपाध्यक्ष नाथू लाल डांगी जिला प्रबोधक सदस्य चंदन सिंह शक्तावत भारतीय किसान संघ ब्लॉक अध्यक्ष काशीराम शर्मा,उपशाखा डूंगला अध्यक्ष पूरणमल लोहार उप शाखा अध्यापक सदस्य प्रतिनिधि सुरेश चंद्र लोहार सहित संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे