न्यायिक कर्मचारी की हत्या के विरोध में चित्तौड़गढ़ जिले के सभी न्यायिक कर्मचारी सामुहिक अवकाश पर।*

राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ सुभाष मेहरा की हत्या के विरोध में सामुहिक अवकाश पर, सीबीआई जांच की मांग कर राज्यपाल के नाम जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन।

*न्यायिक कर्मचारी की हत्या के विरोध में चित्तौड़गढ़ जिले के सभी न्यायिक कर्मचारी सामुहिक अवकाश पर।*

राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ सुभाष मेहरा की हत्या के विरोध में सामुहिक अवकाश पर, सीबीआई जांच की मांग कर राज्यपाल के नाम जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन।

चित्तौड़गढ़, 1 दिसंबर।
जयपुर में हुई न्यायिक कर्मचारी की हत्या के विरोध में राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ राजस्थान के आव्हान पर गुरुवार को संघ की चित्तौड़गढ़ शाखा के बैनर तले जिले के सभी न्यायिक कर्मचारी अनिश्चितकालीन सामुहिक अवकाश पर चले गए है। 
सामुहिक अवकाश पर रहते हुए न्यायिक कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। 
कलक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में मृतक सुभाष मेहरा के परिवार की ओर से प्रस्तुत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की गई है
साथ ही दोषी संबंधित पीठासीन अधिकारी एनडीपीएस न्यायाधीश के. एस. चलाना के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश देने की मांग है प्रमुख न्यायिक कर्मचारियों का आरोप है कि न्यायाधीश का परिवार मृतक को परेशान करता था जिससे तंग आकर वह न्यायाधीश के घर पर काम करने नहीं जा रहा था , न्यायाधीश ने पद का दुरुपयोग करते हुए पहले तो कर्मचारी को उठवाया फिर सम्भवतया कर्मचारी के विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी जिस पर न्यायिक कर्मचारी संघ ने मृतक सुभाष मेहरा की हत्या की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है।
कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि मृतक न्यायिक कर्मचारी सुभाष की हत्या के बाद संबंधित साक्ष्य को नष्ट कर सुभाष की मोबाईल सिम को भी गायब कर दिया गया है जिसपर संबंधित अधिकारी और उसके परिजनों की सुभाष मेहरा के साथ हुई बातचीत की कॉल डिटेल निकलवाई जाए।
कर्मचारियों ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को बंगले की ड्यूटी से मुक्त करवाने की मांग की है।
साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा राशि एवं परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दिलाने की मांग की है।