कार चोरी के मामले में उलझी सदर थाना पुलिस प्रार्थी ने मुलजिम से मिलीभगत का लगाया आरोप
मामला जिला मुख्यालय के सदर थाना क्षेत्र का है जहां गत 23 दिसंबर को बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने से एक कार चोरी हो गई और इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई पुलिस को कोई कार्रवाई नहीं करता देख वाहन मालिक मुकेश सेन ने अपने साथियों के साथ मिलकर कार की तलाश शुरू की पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में सहायता करने के बजाय उल्टे धमकाया और हद तो तब हो गई जब लेन-देन का आरोप करने का आरोप लगाते हुए पूरी कार ही गायब होने की बात कही जा रही है,
कार चोरी के मामले में उलझी सदर थाना पुलिस प्रार्थी ने मुलजिम से मिलीभगत का लगाया आरोप
ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
, यूं तो पुलिस का दहेज वाक्य आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर का है जिसे महकमे का छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा अधिकारी भी हर सार्वजनिक मंच पर दोहराता है लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली की तस्वीर इस देवाक्य से कोसों दूर है और यह सब इसलिए है क्योंकि एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पुलिस खुद एक चोरी की कार के मामले में आरोपों को घेरे में है और पुलिस पर ज्ञापन सौंपकर लेनदेन करने के भी आरोप लगाते हुए अपराधियों के बिचौलियों को भूमिका में पुलिस पर काम करने का आरोप लगाया है
,मामला जिला मुख्यालय के सदर थाना क्षेत्र का है जहां गत 23 दिसंबर को बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने से एक कार चोरी हो गई और इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई पुलिस को कोई कार्रवाई नहीं करता देख वाहन मालिक मुकेश सेन ने अपने साथियों के साथ मिलकर कार की तलाश शुरू की पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में सहायता करने के बजाय उल्टे धमकाया और हद तो तब हो गई जब लेन-देन का आरोप करने का आरोप लगाते हुए पूरी कार ही गायब होने की बात कही जा रही है,
यह है मामला प्राची मुकेश सेन ने दिए ज्ञापन में बताया कि उसकी इको कार आरजे 09 सीसी 2012 23 दिसंबर को रात्रि 2:00 बजे बैंक ऑफ बड़ौदा सिटी के सामने से चोरी हो गई जिसकी सदर थाने में सूचना दी गई इसी दरमियान 26 दिसंबर को वह कार मंगलवार टोल प्लाजा के समीप उसके एक साथी को दिखी तो उसने उसकी जानकारी दी और इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस से कोई सहायता नहीं मिलने पर वह खुद ही कार की तलाश में मंगलवार पहुंच गया और काफी प्रयास के बाद 20 दिन गुजर गए और इस दरमियान उन्होंने मंगलवार के एक कबाड़ी से ईको कार के सामान मांगे जहां अशफाक नामक कबाड़ी के यहां उन्हें कार के टायर दिखाएं और टायरों के फोटो उन्होंने ले लिए जब इसका मिलान टायर के बिल के साथ किया तो यह जी हो गई कि कार कबाड़ी के पास है इसके बाद उन्होंने सदर थाने में अशोक शर्मा को सूचना दी और थाना अधिकारी ने 18 टेबल ललित को उनके साथ भिजवाया वहां जाने के बाद उन्हें गाड़ी के सभी पार्ट्स मिल गए इसके बाद पुलिस मुलजिम स्पा को मंगलवार थाना लेकर आई और उसने पुलिस के सामने गाड़ी की कीमत 350000 देने का वादा किया लेकिन पुलिस ने असफाक से अलग से बात की और मुलजिम को सदर थाने ले जाने की बात कही इस दौरान जब प्रार्थी ने मुलजिम अशफाक से बात की तो उसने बताया कि थाने वाले 1000000 रुपए मांग रहे हैं इसके बाद पुलिस कार के पार्ट्स और मुलजिम को लेकर सदर थाने पहुंच गई वहीं बाद में जानकारी मिली कि पुलिस ने असफाक से ₹100000 ले ली है और ने तो प्राथी को गाड़ी मिली और न ही कार्रवाई की जानकारी मिली इस संबंध में ज्ञापन देने के दौरान प्रार्थी ने कहा कि पुलिस मुलजिम को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करते तो और भी मामले सामने आ सकते थे लेकिन पुलिस ने मुलजिम को बचाने का प्रयास कर रही है अब देखना यह है मुकेश सेन के समस्त मोहल्ले वासी ने मिलकर जब उच्च अधिकारी को ज्ञापन दिया है तो उसके बाद यह देखना है कि पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने के बाद उच्च अधिकारी मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं तथा क्या कार्रवाई करते हैं