कुक कम हेल्पर की विभिन्न मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को दिया ज्ञापन।

नियमितीकरण, वेतनमान 26 हजार करने और मेडिकल सुविधा के साथ अवकाश दिलाएं जाने की है प्रमुख मांग। 

कुक कम हेल्पर की विभिन्न मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को दिया ज्ञापन।

ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़

नियमितीकरण, वेतनमान 26 हजार करने और मेडिकल सुविधा के साथ अवकाश दिलाएं जाने की है प्रमुख मांग। 

चित्तौड़गढ़, 17 जनवरी।

कुक कम हेल्पर संघ चित्तौड़गढ़ के कार्यकर्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कहा है कि राजस्थान के राजकीय विद्यालयों एवं मदरसों में राष्ट्रीय पोषाहार कार्यक्रम में पोषाहार बनाने में लगभग 90 हजार पुरुष एवं महिलाएं कार्यरत है जिनपर उनका परिवार निर्भर है इसलिए उनकी विभिन्न समस्याओं के निराकरण किया जायें।

मांगों की बात करते हुए कूक कम हेल्पर संघ के नेता एवं जिला संयोजक मीड डे मील रतन शर्मा ने बताया कि कुक कम हेल्पर को राजकीय कर्मचारी का दर्जा किया जावें। कुक कम हेल्पर को वर्ष में 2 पोषाक उपलब्ध करायी जावें। वर्तमान में कुक कम हेल्पर को 1752 /- रूपये मासिक मानदेय मिलता है। जो कि महंगाई के हिसाब से बहुत कम हैं। उनका वेतन 26 हजार रू. मासिक किया जावें। इनको ग्रीष्म कालिन अवकाश दिया जावें।

मीड डे मील जिला संयोजक रतन शर्मा ने बताया कि ये कुक कम हेल्पर 22 सालों से खाना बनाने के कार्य में पारंगत होकर कार्यरत है। इसलिए राज्य सरकार उन्हें नियमानुसार स्थाई नियुक्ति प्रदान करें। कुक कम हेल्पर को सामुहिक बीमा दुर्घटना किया जावें । कुक कम हेल्पर की वृद्धावस्था पेन्शन लागु की जावें। कुक कम हेल्पर को राजकीय कर्मचारियों की तरह मेडिकल सुविधा प्रदान की जावें ।

बाइट: रतन शर्मा, जिला संयोजक, मीड डे मील, चित्तौड़गढ़।

बगदी राम मीणा,जिलाध्यक्ष कूक कम हेल्पर संघ चित्तौड़गढ़।