सिलिकोसिस बीमारी के प्रति जागरूकता तथा , सरकारी लाभ से जागरूक हो सभी श्रमिकों और नियोजक ------ओजस्वी
राज्य सरकार के सिलिकोसिस नीति के अनुरूप श्रमिकों नियोजको में जागरूकता लाने और किसी भी मजदूर के मार्बल ,पत्थर ,चिराई आदि के दौरान कार्य करते हुए मिट्टी के कण नाक और मुंह में प्रवेश करने से फेफड़े खराब होकर, स्वांस जो की तकलीफ होने आदि पर जो बीमारी बनती है ,उसे सिलिकोसिस बीमारी समझा जाता है
सिलिकोसिस बीमारी के प्रति जागरूकता तथा , सरकारी लाभ से जागरूक हो सभी श्रमिकों और नियोजक ------ओजस्वी
ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ 27 जनवरी।
राज्य सरकार के सिलिकोसिस नीति के अनुरूप श्रमिकों नियोजको में जागरूकता लाने और किसी भी मजदूर के मार्बल ,पत्थर ,चिराई आदि के दौरान कार्य करते हुए मिट्टी के कण नाक और मुंह में प्रवेश करने से फेफड़े खराब होकर, स्वांस जो की तकलीफ होने आदि पर जो बीमारी बनती है ,उसे सिलिकोसिस बीमारी समझा जाता है
। इसकी रोकथाम हेतु श्रमिक अपने मुंह ,नाक को ढक कर रखें तथा सावधानी पूरी पूरी बरतें यदि ऐसा किसी मजदूर ने अपना श्रमिक पंजीयन नहीं करा रखा है तो वह अपना पंजीयन करवा लें, ताकि जब कभी भी इस तरह की कोई शिकायत हो तो वह अपना आवेदन जब करेंगे तो श्रमिक पंजीयन होना और भी बेहतर रहता है। ऐसा पाया जाने पर आन लाइन आवेदन करें तथा लाभ उठाएं से वंचित नही रहें पत्थर से सम्बंधित कार्य के दौरान स्वांस की तकलीफ होने पर जांच कराएं और सिलिकोसिस पाए जाने पर तीन लाख की सहायता इलाज के लिए तथा इलाज के दोरान श्रमिक का निधन हो जाने पर दो लाख की सहायता मिला करती है। विभाग के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी मदन सालवी ओजस्वी ने बताया कि इसके नोडल अधिकारी सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग है। सरकार श्रम विभाग राजस्थान ने आदेश जारी किए हैं कि इस तरह की शिकायत होने पर वह क्लेम बनाकर श्रम विभाग के न्यायालय में पेश कर सकते है। सुनवाई होगी और 3 माह की अवधि में इसका निस्तारण कर लाभ दिलाने के प्रयास हो सकेगें।
जिले में, प्रदेश में, कहीं भी कोई मजदूर, नियोजक, इस योजना की जानकारी से अनजान रह कर , कहीं कोई ऐसे हालातों से योजनाओ के लाभ से वंचित ना रहें।
समाचार। मदन सालवी ओजस्वी अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी
श्रम विभाग