कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन
बड़ी सादड़ी कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडगढ़ में आज दिनांक 05 जून, 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया गया जिसमें सुखवाडा,वजीरगंज आदि गांव के 34 कृषक एवं कृषक महिलाओ ने भाग लिया।
कृषि विज्ञान केंद्रित द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन
राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा
5 जून 2023
बड़ी साधारण कृषि विज्ञान आज ध्यान चित्तौडगढ़ में दिनांक 05 जून, 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया गया जिसमें हीनवाडा,वजीरगंज आदि गांव के 34 कृषि एवं कृषक महिलाओ ने भाग लिया।
इस अवसर पर केंद्रित वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतन लाल सोलंकी ने कृषक एवं कृषक महिलाओं को विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में टिप्पणियों में कहा कि वैश्विक के सभी देश पर्यावरण दिवस मना रहे हैं। मानव और प्रकृति की गहरी नाता है। जहां प्रकृति है, वहां जीवन है और जब उसी प्रकृति को नुकसान पहुंचता है तो जीवन पर भी असर पड़ता है। प्रकृति मानव के स्वस्थ जीवन के लिए बहुत कुछ देती है। बदले में मानव पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है और प्रकृति का दोहन करता है। जिससे समय के साथ पर्यावरण और प्रकृति नष्ट हो रही है। कई तरह के प्राकृतिक नुकसान का कारण भी पर्यावरण बन सकता है। इसे संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए हर साल 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। जीवनदायिनी पृथ्वी को रहने योग्य बनाने के लिए वृक्षों के जीवन को बचाने और पर्यावरण प्रदूषण के कारकों को कम किया जा सकता है। डॉ. सोलंकी ने कहा कि अनाधुंध पेड़ के शेप की वजह से ऑक्सीजन की कमी हो रही है। उसी समय मौसम वववृन्त चक्र भी बिगड़ रहा है। इस कारण से एक दिन में प्राकृतिक संभावनाओं का प्रकोप बढ़ रहा है। हालांकि प्रकृति को संरक्षित रखने, ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए पेड़ों के आकार को बांधें और अधिक से अधिक आरोपण अपने चारों ओर करें। इस वर्ष पर्यावरण दिवस 2023 की थीम "प्रकाश प्रदूषण का निवारण है और सोलंकी में उपस्थिति कृषको को पर्यावरण के लिए जीवन शैली की शपथ व कृषको को फलदार संकल्प लेकर आए और केंद्र के रूप में वृक्षारोपण के तहत निर्णय लेने लगे। गया। ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए पेड़ के आकार की जंजीरों को बांधें और अधिक से अधिक आवंटन अपने चारों ओर करें। इस वर्ष पर्यावरण दिवस 2023 की थीम "प्रकाश प्रदूषण का निवारण है और सोलंकी में उपस्थिति कृषको को पर्यावरण के लिए जीवन शैली की शपथ व कृषको को फलदार संकल्प लेकर आए और केंद्र के रूप में वृक्षारोपण के तहत निर्णय लेने लगे। गया। ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए पेड़ के आकार की जंजीरों को बांधें और अधिक से अधिक आवंटन अपने चारों ओर करें। इस वर्ष पर्यावरण दिवस 2023 की थीम "प्रकाश प्रदूषण का निवारण है और सोलंकी में उपस्थिति कृषको को पर्यावरण के लिए जीवन शैली की शपथ व कृषको को फलदार संकल्प लेकर आए और केंद्र के रूप में वृक्षारोपण के तहत निर्णय लेने लगे। गया।
केंद्र की घटना सहायक दीपा इन्दौरिया ने विश्व पर्यावरण दिवस के दौरान कृषक महिलाओं को क्षतिग्रस्त होने वाले जन्मों को अलग-अलग रखा ताकि वे सही से व्यवस्थित हो सकें। प्लास्टिक या पॉलीथिन के इस्तेमाल से प्रकृति को बहुत नुकसान पहुंचता है। चूँकि प्लास्टिक नष्ट नहीं हो सकता, इस कारण यह नदियाँ, सूक्ष्म आदि में पहुँच कर शोषित करती हैं। ऐसे में प्लास्टिक या पॉलीथिन के इस्तेमाल को बंद करने का संकल्प लें। इसके बजाय पेपर बैग या कपड़ों के बैग का इस्तेमाल करें। खुद पॉलीथिन के उपयोग से बचने और दूसरों को भी प्रचार करने का संकल्प लेने के लिए कहा। अंत में प्रशिक्षण में पधारे एवं कृषक महिलाओं को धन्यवाद ज्ञापन किया।