मोटा,अनाज आधारित संस्थागत कृषक प्रशिक्षण में व्यंजन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

बड़ी सादड़ी विज्ञान केंद्र चित्तौड़गढ़ तथा के संयुक्त तत्वाधान में मोटा अनाज आधारित संस्थागत कृषक प्रशिक्षण में व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ इस कार्यक्रम में बस्सी ग्राम की 30 महिलाओं ने भाग लिया

मोटा,अनाज आधारित संस्थागत कृषक प्रशिक्षण में व्यंजन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

मोटा,अनाज आधारित संस्थागत कृषक प्रशिक्षण में व्यंजन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

 राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा

10जून 

बड़ी सादड़ी विज्ञान केंद्र चित्तौड़गढ़ तथा के संयुक्त तत्वाधान में मोटा अनाज आधारित संस्थागत कृषक प्रशिक्षण में व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ इस कार्यक्रम में बस्सी ग्राम की 30 महिलाओं ने भाग लिया

 इस कार्यक्रम के प्रशिक्षण प्रभारी दीपा इंदौरिया ने बताया कि मोटा अनाज पोष्टिक महत्व बताते हुए मोटे अनाज से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों की विस्तार से जानकारी दी मैं उनकी हमारे स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने मैं मोटे अनाजों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया I

उन्होंने बताया कि मोटे अनाज में विभिन्न प्रकार के आठ फसलें शामिल हैं , इसमें ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू अनाज माने जाते हैं जोकि आयरन कैल्शियम रेशों तथा ग्लूटेन फ्री होते हैं जो का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अत्यंत कम होने के कारण यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हो सकते हैं , विशेष तौर पर मधुमेह , हड्डियों के रोग एवं हृदय रोगों को नियंत्रित करने में अत्यंत सक्रिय भूमिका निभाते हैं I 

मोटे अनाजों का इस्तेमाल कुपोषण की समस्या को 80 से 90% तक नियंत्रित कर लेगा 

कटस संस्थान की निदेशक महोदया श्रीमती अंजू कवर मैं उक्त अवसर पर मोटे अनाज के बारे में अपने विचार प्रकट किए तथा संस्थान की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया 

 कार्यक्रम के दौरान विज्ञान केंद्र चित्तौड़गढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ रतन लाल सोलंकी ने विभिन्न प्रकार के मोटे अनाजों जो कि चित्तौड़गढ़ जिले मैं उगाई जा सकने वाले( ज्वार बाजरा राजगिरा रागी इत्यादि) अनाजों के बारे जानकारी देते हुए उनकी उत्पादन तकनीकी के बारे में विस्तार से बताया 

कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षण में आई महिलाओं ने मोटे अनाज से बनने वाले व्यंजन की प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें विभिन्न महिलाओं ने प्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया इसके अलावा सांत्वना पुरस्कार में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किया विजेता महिलाओं को पुरस्कार तथा सर्टिफिकेट दिए गए l 

इस प्रतियोगिता में मुख्य तौर पर कांगनी तथा सामा के व्यंजन तैयार किए गए थे प्रतियोगिता में सामा की इडली, कांगनी का हलवा, सामा के खीर ,कांगने के पकोड़े , कांगनी का डोसा इत्यादि खाद्य पदार्थ तैयार किए गए