गुरसिख सेवा का मान नहीं करता मासिक सत्संग
बड़ी सादड़ी: संत निरंकारी मंडल बड़ी सादड़ी द्वारा गांव सारंगपुरा में रात्रि को मासिक सत्संग का आयोजन निरंकारी महात्मा श्री हरि सिंह जी भाटी की अध्यक्षता में संपन्न हुई! जिसमें आपने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा की भक्त हमेशा इस ज्ञान के उजाले में स्वयं भी रहता है और दूसरों को भी ज्ञान के उजाले में रहने की प्रेरणा देता है!

गुरसिख सेवा का मान नहीं करता
मासिक सत्संग
28 सितंबर
राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा
बड़ी सादड़ी: संत निरंकारी मंडल बड़ी सादड़ी द्वारा गांव सारंगपुरा में रात्रि को मासिक सत्संग का आयोजन निरंकारी महात्मा श्री हरि सिंह जी भाटी की अध्यक्षता में संपन्न हुई! जिसमें आपने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा की भक्त हमेशा इस ज्ञान के उजाले में स्वयं भी रहता है और दूसरों को भी ज्ञान के उजाले में रहने की प्रेरणा देता है!
संत - भक्त भ्रमों से छुटकारा दिलाकर वास्तविक ब्रह्म ज्ञान के इस दर्पण में अपने ही स्वरूप को देखकर जीवन जीने की कला सिखाते हैं!
आपने कहा कि तन, मन, व धन, तीनों से ऊंची वह सेवा सद्गुरु परवान करते हैं जो सेवा निष्काम, निस्वार्थ, एवं परहित के भावों से युक्त होकर की जाती है!
गुरसिख कभी भी किसी भी प्रकार की सेवा का मान नहीं करता वह अकर्ता भाव से सेवा को निभाता हैं!
प्रारंभ में:--किशन लाल, प्रकाश चंद्र, संतोष, ममता, पुष्पेंद्र, कल्याण सिंह भाटी, आदि ने गीत भजन व विचार व्यक्त किए! कार्यक्रम का संचालन भेरूलाल निरंकारी ने किया यह जानकारी राधेश्याम रेगर ने दी