जगाधरी। हरियाणा सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के विरोध में

जगाधरी। हरियाणा सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के विरोध में
जगाधरी। हरियाणा सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के विरोध में

रिपोर्टर नितिन सिंगला जगाधरी

5 मई

जगाधरी। हरियाणा सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के विरोध में

आज तेरहवें दिन भी हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के आह्वान पर पंचकुला जिला से राज्य ऑडिटर विजय पाल के नेतृत्व में लघु सचिवालय जगाधरी पर अनशन शुरू किया । आज क्रमिक  भूख हड़ताल पर पंचकुला से राज्य  ऑडिटर विजय पाल, विजय नैन, पीताम्बर मोहन शर्मा  तथा यमुनानगर से पूर्व राज्य प्रधान प्यारे लाल तंवर , पूर्व राज्य उप प्रधान महिपाल चमरोड़ी  भूख हड़ताल पर बैठे।
रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला सलाहकार विनोद त्यागी  व राज्य सचिव जगपाल सिंह ने अध्यापकों को माला पहना कर धरने पर बैठाकर संबोधित कहा कि चिर लंबित भिवानी चरखी दादरी जिला आप्सन की मांग व इनरोलमेंट की चेक लिस्ट में त्रुटियों पर शुल्क व  9-12 स्कूल बदलने की 3000 फीस माफी की मांग पूरी की है ।अभी पलवल-फरीदाबाद व नूंह -गुरूग्राम की सूची लंबित हैं। चिराग राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, पुरानी पेंशन बहाली, बढ़ी आबादी व जनता की मांग पर नए विद्यालय खोलना न कि मर्जर, जिला कैडर के अंतरजिला तबादले, 2017 वालों को स्थाई जिलों का आवंटन, अतिथि, कौशल, कंप्यूटर एवं आरोही विद्यालयों के शिक्षकों का नियमितीकरण, हटाए गए शारीरिक एवं कला शिक्षकों का समायोजन, गैर शैक्षणिक कार्यों पर प्रतिबंध, खाली पदों पर स्थाई भर्ती, छात्रों की मांग एवं अध्यापक की संतुष्टि आधारित तबादला नीति, अध्यापकों के रोजमर्रा के पदोन्नति,एसीपी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति एवं प्रताड़ना के मामले हल होने तक हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया जन समर्थन से जन शिक्षा की लड़ाई जारी रखेगा।
 आंगनवाड़ी हेल्पेर्स वर्कर् यूनियन की जिला सचिव व  मिनाक्षी शर्मा व  ब्लॉक उप प्रधान राकेश चाहड़ों  ने कहा कि इसी  उपरोक्त मुद्दों को लेकर 28 मई की ऐतिहासिक जींद रैली में शिरकत करेगा और अपनी अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल भी जारी रखेगा।  आज सर्व कर्मचारी संघ से जुड़े सभी विभागीय संगठनों  से जिला सचिव गुलशन भारद्वाज व सीटू के जिला प्रधान राम कुमार काम्बोज ने आकर अध्यापक संघ माँगों का धरने पर पहुंचकर समर्थन कियाऔर 28 मई की चेतावनी रैली का प्रचार करते हुए। धरने पर आकर अध्यापक संघ की माँगों का समर्थन किया। और कहा कि  अध्यापक संघ की सभी माँगों  विद्यालय मर्जर के बजाय प्रत्येक शहर /कस्बे में बढ़ी हुई जनसंख्या के आधार पर नए विद्यालय खोले जाने चाहिए, चिराग योजना को वापस लेकर सार्वजनिक ढांचे को मजबूत किया जाना चाहिए, 50,000 रिक्त पदों पर तुरंत योग्यता प्राप्त अध्यापकों की भर्ती की जाए, गैर शैक्षणिक कार्यों पर पूर्ण रोक लगाई जाए, 2017 वाले जेबीटी शिक्षकों को  स्थाई जिले आवंटित करते हुए जेबीटी शिक्षकों सहित सभी वर्गों के सामान्य तबादले जल्द से जल्द किए जाएं, अतिथि अध्यापक, कौशल रोजगार निगम में भर्ती अध्यापक व कंप्यूटर टीचर को नियमित किया जाए, सभी वर्गों की कोटे अनुसार पदोन्नति की जाए, लंबे समय से लंबित एसीपी मामलों का निपटारा किया जाए, अनुसूचित जाति ,पिछड़ा वर्ग एवं लड़कियों को दी जाने वाली एकमुश्त प्रोत्साहन राशि का सारा बकाया दिया जाए, ग्रुप सी के सेवा नियमों में संशोधन करते हुए मौलिक मुख्य अध्यापक एवं अंग्रेजी अध्यापकों के सेवा नियमावली में संशोधन किया जाए, को जल्द पूरा किया जाए नहीं तो आंदोलन को गांवो तक ले जाया जाएगा।