फर्जी बैंक खाते खुलवा साइबर ठगों के रुपये निकालने वाले गिरोह का खुलासा : तीन अभियुक्त गिरफ्तार*54 सिम कार्ड, 30 बैंक पास बुक, तीन चेक बुक, 14 एटीएम कार्ड, 13 मोबाइल, चार चार्जर, एक कार व बाइक जब्त
दौसा 28 जनवरी।* साइबर टीम व थाना मण्डावरी पुलिस ने फर्जी बैंक खाते खुलवा साइबर ठगों के रुपये निकालने वाले गिरोह का खुलासा कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने विभिन्न कंपनियों के 54 सिम कार्ड, 30 बैंक पास बुक, तीन चेक बुक, 14 एटीएम कार्ड, 13 मोबाइल, चार चार्जर, एक कार व बाइक जब्त की है।

फर्जी बैंक खाते खुलवा साइबर ठगों के रुपये निकालने वाले गिरोह का खुलासा : तीन अभियुक्त गिरफ्तार*54 सिम कार्ड, 30 बैंक पास बुक, तीन चेक बुक, 14 एटीएम कार्ड, 13 मोबाइल, चार चार्जर, एक कार व बाइक जब्त
*दौसा 28 जनवरी।*
साइबर टीम व थाना मण्डावरी पुलिस ने फर्जी बैंक खाते खुलवा साइबर ठगों के रुपये निकालने वाले गिरोह का खुलासा कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने विभिन्न कंपनियों के 54 सिम कार्ड, 30 बैंक पास बुक, तीन चेक बुक, 14 एटीएम कार्ड, 13 मोबाइल, चार चार्जर, एक कार व बाइक जब्त की है।
एसपी वन्दिता राणा ने बताया कि डीजीपी साइबर सुरक्षा, एससीआरबी एवं तकनीकी सेवाएं डॉ रविप्रकाश मेहरडा के निर्देश पर जिले में शुक्रवार व शनिवार को साइबर ठगों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में साइबर टीम व थाना मण्डावरी पुलिस की टीम ने बडी सफलता हासिल कर लालसोट इलाके के हटिका कॉलोनी से आरोपी नरेश कुमार मीना पुत्र श्रीराम (25) व सुशील कुमार मीना पुत्र जगदीश प्रसाद (30) निवासी थाना बाटौदा गंगापुर सिटी एवं श्याम सुंदर शर्मा पुत्र कजोड़ मल (28) निवासी गढ़मोरा हाल इंदिरा गांधी नगर थाना खोनागोरियान जयपुर को गिरफ्तार किया।
उल्लेखनीय है कि आईजी रेंज उमेश चंद दत्ता के निर्देशानुसार पीएचक्यू के निर्देश पर दो दिवसीय अभियान चलाया गया। आसूचना संकलन के दौरान शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली कि हटिका कॉलोनी नई अनाज मंडी के पीछे लालसोट में साइबर अपराध की गतिविधियां संचालित होती है। सूचना पर एडिशनल एसपी रामचंद्र नेहरा व सीओ अरविंद कुमार के सुपरविजन एवं एसएचओ धर्मेंद्र के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा तुरन्त कार्रवाई कर इस गिरोह का खुलासा किया।
एसपी श्रीमती राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी लोगों को झांसे में लेकर उनके आईडी से मोबाइल सिम कार्ड खरीदते और बैंक खाता खुलवा कर एटीएम कार्ड और पासबुक अपने पास रख लेते। जिसकी एवज में खाताधारक को दो से तीन हजार रुपये दिए जाते है। इन अकाउंट्स में दूर बैठे साइबर ठग लोगो से ठगी गई रकम टांसफर करवाते है। इसके बाद पकड़े गये आरोपी अपना कमीशन लेकर बाकी रकम साइबर ठगों को उनके बताये बैंक खातों में डलवा देते है।
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