आमुखीकरण कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन कृषि में नवाचार अपनाकर भूजल स्तर को सुधारने पर कार्यशाला का हुआ आयोजन्
चित्तौड़गढ़, 6 मार्च। अटल भूजल योजनान्तर्गत बुधवार को एक दिवसीय जिला स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन, ऋतुराज वाटिका, रोडवेज बस स्टेण्ड के सामने, चित्तौड़गढ़ में किया गया।
आमुखीकरण कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन
कृषि में नवाचार अपनाकर भूजल स्तर को सुधारने पर कार्यशाला का हुआ आयोजन्
चित्तौड़गढ़, 6 मार्च। अटल भूजल योजनान्तर्गत बुधवार को एक दिवसीय जिला स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन, ऋतुराज वाटिका, रोडवेज बस स्टेण्ड के सामने, चित्तौड़गढ़ में किया गया।
कार्यक्रम में अटल भूजल योजना के नोडल अधिकारी एवं भूजल वैज्ञानिक डॉ. शुभेन्द्र पाल सिंह द्वारा योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की गई, जिसमें योजना के मूल उद्देश्यों जिसके अन्तर्गत गिरते हुए भूजल स्तर क्षेत्रो में कुशलतम जल प्रबंधन को बढावा देना, जन सहभागिता से मजबूत जल प्रबंधन (संरक्षण एवं संचयन) एवं समुदाय में जल के प्रति व्यवहार में परिवर्तन पर चर्चा की गई।
कार्यशाला में चित्तौडगढ़ पंचायत समिति की सभी ग्राम पंचायतो के सहायक कृषि अधिकारियों, कृषि पर्यवेक्षकों एवं प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया, जिसका मुख्य उद्देश्य खेती (कृषि क्षेत्र) में काम में लिए जा रहे सिंचाई के उन्नत तरीको को अपनाने पर जोर देकर जल संरक्षण व संचयन के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया। किसानो को कृषि कार्यो में कृषि की नवीतम तकनीकों व उपकरणो को अपनाकर कृषि (खेती) कार्य करने के लिए प्रेरित किया एवं जल संरक्षण हेतु ड्रिप, पाइप लाईन, स्प्रिंकलर विधि अपनाने एवं जल संचय हेतु वाटर रिचार्ज स्ट्रकचर जैसे फार्म पाण्ड, तालाब, ट्रेंच, तलाई, नाडी आदि के निर्माण हेतु प्रेरित करना रहा।
कार्यशाला में उपस्थित प्रगतिशील किसानो जिन्होने इन विधियों को अपना रखा है। उन्होने अपने अनुभव सभी साथी किसानो के साथ साझा किए व उन्हें इस बात से अवगत कराया की इन विधियों को अपनाने से जल संरक्षण एवं संचयन में हम योजना के उद्देश्य में भागीदार बनेगे, व नवीन तकनीको को अपना कर हम आत्मनिर्भर व समृद्ध किसान बन सकेंगे।
कार्यशाला में योजना से संबंधित सभी सहयोगी विभाग के अधिकारियों ने भी अपने-अपने विभाग से संबंधित विभाग की (on going scheme) विभागीय योजनाएँ जो चल रही है से अवगत करवाया तथा किसानो को इनका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
उक्त प्रशिक्षण में भू-जल विभाग चित्तौड़गढ़ के सुमंत शर्मा अधिशाषी अभियंता, हिम्मत लाल चौधरी, मुकेश गुर्जर वरिष्ठ सहायक, डॉ. सत्यवीर चौहान, कृषि विशेषज्ञ, अंकित जैन, आई.ई.सी. एक्सपर्ट, आदित्य सिंह राव , प्रमोद उपाध्याय, सुनील प्रजापत, राधेश्याम गुर्जर ने कार्यशाला के सफल संचालन में सहयोग प्रदान किया।