अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित किया सेमीनार---  महिलाओं के योगदान से ही है जीवन--- शिवानी-- ---   

चित्तौड़गढ़ 8 फरवरी अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सेमिनार का आयोजन उप नगरीय क्षेत्र सेंथी हाउसिंग बोर्ड मे आयोजीत किया गया। 

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित किया सेमीनार---

 महिलाओं के योगदान से ही है जीवन--- शिवानी-- --- 

चित्तौड़गढ़ 8 फरवरी अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सेमिनार का आयोजन उप नगरीय क्षेत्र सेंथी हाउसिंग बोर्ड मे आयोजीत किया गया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय दलित साहित्य अकादमी से जिला प्रवक्ता पार्वती सालवी ओजस्वी थे वही मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता पदाधिकारी शिवानी सालवी थे।

वहीं सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षाविद पुष्पा सालवी तथा विगदवा, अनन्या मीणा, सुसननाह सालवी, समाज सेविका अनिता चोधरी, डाक्टर भारती मथुरिया, शबाना, बदाम मीणा, आदि की उपस्थिती मे आयोजित कार्यक्रम  

में विशिष्ट अतिथी समाज सेविका अनिता चोधरी, पुष्पा सालवी की उपस्थिती रेखा मलानी आदि को माला पहनाकर मुह मीठा कराते हूऐ सम्मान किया गया। 

इस अवसर पर

 बतोर मुख्य अतिथी शिवानी सालवी ने सभी महिलाओ को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर बधाई व शुभकामनाऐ देते हुए बताया कि आज देश में हर तरफ महिला संगठन तैयार हो रहे हैं महिला जागृति सामाजिक विकास तथा जन जागृति के अभियान भी चल रहे हैं , देश में सरपंच से लेकर राष्ट्रपति तक तथा चपरासी से लेकर मुख्य सचिव आईएएस आईपीएस ,सेना में कमांडर ,न्यायालय में जज ,डॉक्टर प्रोफेसर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी तथा बडे स्तर पर राजनेता आदि बड़े पदों पर महिलाएं आसीन होते हूऐ आगे बढा जा रहा है । इस दिन की बधाई देते हूऐ बताया कि विकसित भारत के लिए महिलाओ का बडा योगदान है। हर तरह से अत्याचार की भावना हर इंसान में समाप्त हो।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हूऐ अकादमी की जिला प्रवक्ता पार्वती सालवी ओजस्वी ने बताया कि देश भर मे हर तरफ जागरूकता लाई जाए। महिलाओं में सामाजिक जागृति व प्रगति जिस तेजी से बढ़ना चाहिए वह गति और प्रगति अभी होने में बड़ी कमी है। महिला उत्थान में तेजी लाने की जरूरत है महिला जागृति से ही घर परिवार तथा समाज आगे बढ़ता है। हर महिला हो सशक्त, महिलाएं समाज में दयनीय स्थिति से बाहर निकले। अंधविश्वास आडंबर रूढ़िवाद परंपराओं से होने वाले नुकसान को समझें ।हकीकत और वैज्ञानिकता की सोच रखते हुए जीवन में आगे बढ़ाने की जरूरत है।

 महिला समाज में होने वाले सामाजिक कु प्रथाओं को बंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाऐ । महिला जन जागरूकता जागरण के कार्यक्रम वर्ष भर हर जगह, व ग्रामीण सतर पर भी होते रहे।

इसके लिए सामाजिक सॅगठन संस्थान तथा सरकारी स्तर पर भी प्रयास होते रहे।

 महिलाओं को अपने हक अधिकारों की तथा संवैधानिक हक अधिकारों की जानकारी होना बहुत आवश्यक है । महिलाएं हमेशा प्रगति और उन्नति के पथ पर आगे बढ़ती रहे।

सेमिनार मे उपस्थित महिलाओ का सम्मान किया गया। तथा अनकों बहिनो ने अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने विचार प्रकट किये।

सेमिनार मे महिला पदाधिकारी ---

-----आदि ने अपने विचार रखे।

 संसार की समस्त नारी जगत को नमन प्रणाम और अभिनंदन।

पार्वती सालवी ओजस्वी 

जिला प्रवक्ता 

भारतीय दलित साहित्य अकादमी 

चितोडगढ राजस्थान 

8-3-2024

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