मानव को मानव व प्रकृति से जोड़ने का माध्यम है सेवा

मानव को मानव व प्रकृति से जोड़ने का माध्यम है सेवा
मानव को मानव व प्रकृति से जोड़ने का माध्यम है सेवा
मानव को मानव व प्रकृति से जोड़ने का माध्यम है सेवा

निहाल दैनिक समाचार पत्र

कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट 

"मानव को मानव व प्रकृति से जोड़ने का माध्यम सेवा है, तथा प्रकृति व पर्यावरण के साथ समाज की सेवा मनुष्य का धर्म होना चाहिए।" उक्त वक्तव्य शिक्षाविद् राम नारायण शर्मा ने राजकीय महाराणा उच्च माध्यमिक विद्यालय कपासन में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कहे।

एनएसएस दिवस के कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य दिनेश चंद्र चाष्टा ने अपने उद्बोधन में स्वयं सेवकों से कहा कि इस भोगवादी युग में स्वयं को निस्वार्थ सेवा के लिए तत्पर रखना मुश्किल होता जा रहा है परंतु असंभव नहीं है। युवा सेवा कार्य में हिस्सा लेकर स्वयं के व्यक्तित्व को बेहतर बना सकते हैं।

राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्राध्यापक अश्विनी कुमार व्यास ने अतिथियों का स्वागत किया तथा वर्ष पर्यन्त किए गए सेवा कार्यों से रुबरु कराया और निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चुनाव में स्वयंसेवकों को अधिक से अधिक मतदान कराने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति के पुर्व प्रधान ओमप्रकाश व्यास थे। उपप्राचार्य सत्येंद्र कुमार चाष्टा ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि एनएसएस एक विचार है जिसकी इकाईयां संपूर्ण भारत में हर क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य कर रही है।संचालन स्वयं सेवक हिमांशु खटीक व योगेश दमामी ने किया।

इस दौरान उपप्राचार्य गोपाल लाल जोशी, सुमेर सिंह एवं समस्त स्टाफ व इकाई के 110 स्वयं सेवक व सेविकाएं उपस्थित रहे।