ईआरसीपी हमारी जीवन रेखा पानी के अलावा कोई समझौता नहीं, जन जागृति अभियान: पंपलेट बांटकर केंद्र सरकार से राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग

ईआरसीपी हमारी जीवन रेखा पानी के अलावा कोई समझौता नहीं, जन जागृति अभियान: पंपलेट बांटकर केंद्र सरकार से राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग

निहाल दैनिक समाचार पत्र  / NDNEWS24X7

कोलवा। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग तेज होने लगी है। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग को लेकर नवयुवकों की टीमें गांव -गांव,व ढाणी -ढाणी में जाकर इस योजना की विस्तृत जानकारी देकर ग्रामीणों को जागरूक करने का काम कर रही है। जागरुकता टीम के सदस्य व पदाधिकारी भांवती सहित आस पास के आधार दर्जन से अधिक गांवों व ढाणियों में पहुंचे। जहां बैठक आयोजित कर वहां के लोगों को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के लाभ बताकर इस योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के लिए मांग तेज करने के लिए प्रेरित किया। बैठक में पंपलेट वितरित कर बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य हर गांव व हर ढाणी को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना चम्बल नदी से जोड़ना है। ताकि क्षेत्र में व्याप्त पानी की समस्या से छुटकारा मिल सके। इस दौरान वक्ताओं ने एक स्वर में "एक ही मांग एक ही नारा ईआरसीपी अधिकार हमारा" का स्लोगन दिया। समाजसेवी शिवदयाल मीना रामपुरा ने कहा कि राजस्थान नहर हमारी जीवन रेखा है और हम जीवन रेखा के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।हमें हर हाल में नहर का पानी चाहिए। इस अवसर पर महेश भांवती, रिंकु भांवता, शिवदयाल रामपुरा, धर्मसिंह बगडेडा की टीम द्वारा अलग अलग गांवों व ढाणियों में पहुंचकर लोगों को जागरूक किया।

विष्णु मीणा की विशेष कवरेज रिपोर्ट