जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने किया उपखंड अधिकारी कार्यालय पीपलू का निरीक्षण औचक निरीक्षण में 19 कार्मिक अनुपस्थित मिले

जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने किया उपखंड अधिकारी कार्यालय पीपलू का निरीक्षण औचक निरीक्षण में 19 कार्मिक अनुपस्थित मिले

(दिलखुश टाटावत)
देवली। टोंक जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा के निर्देश पर जिला कलेक्ट्रेट टीम ने सोमवार को उपखंड मुख्यालय पीपलू के विभिन्न राजकीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। टीम ने 6 राजकीय कार्यालयों से उपस्थिति पंजिकाएं जब्त की। इनमें 83 राजपत्रित एवं अराजपत्रित कार्मिकों में से 19 अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित कार्मिकों के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी एवं पंचायत समिति कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान लंबित पत्रावलियों की जानकारी प्राप्त कर समय पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को कार्यालय की साफ-सफाई एवं जनसुनवाई का समय निर्धारित कर बाहर चस्पा करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड अधिकारी वर्षा शर्मा से कहा कि अवैध बजरी खनन की रोकथाम के लिए बनाई गयी मोबाईल टीम की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने जनसुनवाई, आरटीआई, एमएसीटी, रोड़ा प्रकरण भूमि आवंटन के आवेदन, संपरिवर्तन, गैर खातेदारी से खातेदारी प्रकरणों की पेंडिंग स्थिति की जानकारी ली। प्रकरणों का व्यवस्थित रजिस्टर संधारित नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर ने कार्य प्रणाली में सुधार लाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने पंचायत समिति कार्यालय के निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता रामदयाल विजय से स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना में अधूरे आवासों की स्थिति की जानकारी ली।
ग्राम पंचायत सोहेला में की जनसुनवाई जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने ग्राम पंचायत सोहेला में जनसुनवाई कर जनसमस्याओं का निराकरण करने के लिए संबंधित ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने जनसुनवाई में आए फरियादियों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को कहा कि कोई भी व्यक्ति सरकारी कार्यालयों के बार-बार चक्कर नहीं काटे। उसकी समस्याओं का निराकरण समय पर कर राहत प्रदान करें। जनसुनवाई में सरदारपुरा ढाणी से डिग्गी रोड़ तक डामर सड़क बनवाने, रोडवेज बस गांव के अंदर होकर जाने, डिग्गी रोड़ पर संकेतक लगाने, जल जीवन मिशन के तहत पेयजल कनेक्शन करने एवं पशुचिकित्सालय में दवाओं की कमी को दूर करने के प्रार्थना पत्र दिए। जिला कलेक्टर ने ग्रामीणों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मिल रही चिकित्सा सेवाओं का फिडबैक लिया।