पुलिस और प्रशासन की वार्ता फिर से हुई विफल, नहीं माने ग्रामीण

ट्रैक्टर से कुचलकर पप्पू गुर्जर की मौत का मामला
(दिलखुश टाटावत)
देवली। राजमहल गांव में गत बुधवार रात ट्रैक्टर से कुचलकर युवक पप्पू लाल गुर्जर की हुई मौत के मामले में शुक्रवार दोपहर पुलिस एवं प्रशासन की हुई बैठक एक बार फिर बेनतीजा साबित रही। हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों एवं परिजनों को सरकार के नियमों का हवाला देते हुए यथा संभव मदद का भरोसा दिलाया। लेकिन ग्रामीण आर्थिक पैकेज की मांग पर अड़े रहे। जिसका आश्वासन नहीं मिलने पर ग्रामीण व परिजन।बैठक छोड़कर वापस धरना स्थल पर पहुंच गए। इससे पहले दोपहर करीब डेढ़ बजे उपखंड अधिकारी मनोज कुमार मीणा, देवली डीएसपी रामसिंह, तहसीलदार वीरेंद्र सिंह शक्तावत, थाना प्रभारी देवली दौलतराम गुर्जर की मौजूदगी में ग्रामीण परिजनों और समाज के लोगों से बातचीत शुरू हुई। इस दौरान समाज के नरेंद्र गुर्जर, हेमराज गुर्जर टोंक समेत ने प्रशासन को अपनी 6 मांगे रखी।
इनमें सबसे प्रमुख मांग 50 लाख रुपए का आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग रखी गई। इसी तरह हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार के परिजनों में से किसी एक को सरकारी अथवा संविदा पर नौकरी देने, थाना प्रभारी समेत पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने एवं राजमहल क्षेत्र में बजरी के अवैध परिवहन पर पूर्णतया रोक लगाने की मांग की गई। इस पर देवली पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह ने आश्वासन दिया कि वह प्रशासन और ग्रामीणों के सहयोग से यह सब कर पाएंगे। लेकिन ग्रामीणों को भी इसके लिए सहयोग करना पड़ेगा। उपाधीक्षक ने बताया कि जल्द ही बजरी की नई एनओसी जारी होगी। ऐसे में यह मारामारी जल्द खत्म होगी। लेकिन थोड़ा सा इंतजार करना पड़ेगा। इसी तरह 3 जुलाई को ग्रामीण एवं महिलाओं की ओर से पुलिस के साथ की गई धक्का मुक्की की। घटना के प्रकरण में किसी तरह का मुकदमा दर्ज नहीं करने की भी बाद ग्रामीणों ने मांग उठाई। लेकिन पुलिस के अधिकारियों से खारिज कर दिया और कहा कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को अनावश्यक परेशान नहीं करेंगी, लेकिन जो दोषी है उन पर निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। इस दौरान उपखंड अधिकारी, देवली डीएसपी, देवली थाना प्रभारी ने लोगों के प्रतिनिधि मंडल को समझाने की भरसक कोशिश की।
लेकिन ग्रामीण 50 के मुकाबले 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग पर अड़े रहे और अनुरोध किया। जबकि उपखंड अधिकारी समेत ने इससे साफ इनकार कर दिया और कहा कि किसी भी नियम के तहत ऐसा संभव नहीं है। इस दौरान परिजन और ग्रामीण असमंजस की स्थिति में रहे। वहीं पिछले तीन दिनों से मृतक पप्पू गुर्जर का शव राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजमहल की दीवार के बाहर रखा हुआ है। लोग यहां धरना लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दे कि गत बुधवार को राजमहल निवासी पप्पू लाल गुर्जर की ट्रैक्टर ट्राली से कुचलकर मौत हो गई थी। उसके बाद लोग मुआवजे सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं प्रशासन लगातार ग्रामीण और परिजनों को समझाने में जुटा है। लेकिन फिलहाल सफलता नहीं मिली।मीटिंग के दौरान देवली सर्कल के अलावा जिले के अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।