टोंक एसपी की मौजूदगी में प्रतिनिधिमंडल ने की बातचीत

36 घंटे बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी,घटनास्थल पर पड़ा है शव
(दिलखुश टाटावत)
देवली। क्षेत्र के राजमहल गांव में गत बुधवार रात बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्राली से युवक की कुचलकर की गई हत्या के मामले में तीसरे दिन शुक्रवार सुबह तक गतिरोध जारी है। प्रशासन की ओर से दिए गए आश्वासन के बावजूद परिजन व ग्रामीण शव उठाने को राजी नहीं हुए।लिहाजा गुरुवार रात भी ग्रामीण और परिजन शव के साथ सड़क पर धरने पर बैठे रहे। इससे पहले गुरुवार रात देवली पुलिस उपअधीक्षक कार्यालय में टोंक एसपी विकास सांगवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोटाराम बेनीवाल, उपखंड अधिकारी मनोज कुमार मीणा, देवली पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह, थाना प्रभारी दौलत राम गुर्जर समेत की मौजूदगी में करीब आधा दर्जन से अधिक सदस्यों की प्रतिनिधिमंडल ने यहां बातचीत की। उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों की मांग पुलिस प्रशासन के समक्ष रखी।
वहीं पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि प्रशासन की ओर से हर यथासंभव सहयोग किया जाएगा। वहीं परिजन जिस तरह की रिपोर्ट देंगे, पुलिस उसी को आधार मानकर कार्रवाई करेगी। हालांकि प्रतिनिधिमंडल ने बात जानकर परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत करने के बाद रिपोर्ट देने की बात कही। लेकिन उसके बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे तक मामले में परिजनों की ओर से रिपोर्ट नहीं दी गई और ना ही शव उठाने की सहमति हुई। उधर, पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर ट्राली चालक महेंद्र मीणा व बजरी माफिया ईश्वर मीणा को डिटेन कर लिया गया है। जिस पर परिजनों ने आरोप लगाया है। दरअसल क्षेत्रीय पुलिस पर बजरी में मिली भगत करने का आरोप लगाते हुए बुधवार रात घटना के बाद से परिजन विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं। उल्लेखनीय है कि इसके बाद गुरुवार को ग्रामीण गुस्सा गए और उन्होंने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। पुलिसकर्मियों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी थी। इधर, राजमहल गांव शुक्रवार को बंद रहा। कस्बे में लोगों ने दुकान एवं प्रतिष्ठान बंद कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। वहीं परिजन अभी भी शव को लेकर बैठे हैं। शव को सुरक्षित रखने के लिए परिजनों ने बर्फ लगा रखी है। बता दे कि परिजनों की गुरुवार को 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने, आरोपियों को गिरफ्तार करने और मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग थी।