किसान नेता आंजना ने 8/29 धारा हटाने की मुहिम तेज की मिले लोक सभा अध्यक्ष बिड़ला से सौंपा मांग पत्र
संवादाता बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
5 अगस्त
दिल्ली , किसान नेता भाजपा विस्तारक योजना उदयपुर संभाग प्रभारी सोहन लाल आंजना निंबाहेड़ा द्वारा शुक्रवार को अफीम किसानों की मांगों को लेकर दिल्ली में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से लोक सभा में जाकर अफीम किसानों की मांगों को लेकर मुलाकात की और उनके सामने किसानों की महत्वपूर्ण मांग एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/29 को देश के कानून से हटाने का सुझाव रखा तथा उन्हें वर्ष 2023 - 24 की नई अफीम नीति में सुधार करते हुवे किसानों की ओर से तथा भारतीय किसान संघ अफीम संघर्ष समिति की ओर से की गई मांगों को शामिल करने की बात की और अपनी ओर से 12 मांगों से युक्त किसानों का सुझाव पत्र सौंपा। किसान नेता आंजना ने पिछले वर्ष अफीम नीति में हुए सुधारों के लिए उन्हें किसानों की ओर से धन्यवाद दिया और किसानों के हित में नये कदम उठाने की मांग की जिसमे कहा कि 1. एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/29 धारा जो आम लोगो के लिए नासूर बनी हुई है और निर्दोष लोगों को इसमें फसाया जाता है इस धारा को हमेशा हमेशा के लिए कानून से हटाया जावे। 2. 1990 से अभी तक के वर्षों में कटे या रुके हुए अफीम पट्टे एक बार सभी जीरो औसत पर बहाल किए जाएं क्योंकि जब जब किसान के पट्टे रुके अथवा कटे है प्राकृतिक आपदा से ये हुआ है उसमे किसान दोषी नहीं होता है। 3. सीपीएस पद्धति में जारी किए गए सभी पट्टे लुवाई चिराई में शामिल किया जाए। 4. किसान को प्रति किलो अफीम पर 10 से 15 हजार रुपए दिए जाएं क्योंकि किसान के लागत काफी ज्यादा आरही है। 5. डोडा चूरा को एनडीपीएस एक्ट से बाहर निकाल कर राज्यों के आबकारी विभाग में शामिल किया जाए इसमें नाम मात्र का नशा 0.2 प्रतिशत ही होता है। 6. परिवारों की असहमति के कारण रुके हुए पट्टे वारीशो में बहुमत के आधार पर जारी कर दिए जाए। 7. दो लाख नये किसानों को रोजगार हेतु अफीम पट्टे जारी करने चाहिए। 8. कच्चा तोल समाप्त किया जाए। 9. मार्फिन की बजाय पूर्व की भांति औसत अथवा औसत और मार्फिन दोनों में से एक में अच्छी गुणवत्ता होने पर किसान को पट्टा जारी किया जाए,मार्फिन कैसे अच्छी बैठेगी इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है। 10. अफीम फेक्ट्री के रिजल्ट में किसानों के बड़ी मात्रा में रिकवरी आ रही है इसमें बड़ी गड़बड़ी हो रही है इसे ठीक किया जाए। 11. किसान को अपने गांव के अलावा सुविधानुसार आस-पास के गांव में भी जमीन लीज लेकर अफीम की खेती करने की सुविधा दी जाए अभी तक केवल जमीन खुद के नाम पर जिस गांव में होती है वही बोने का अधिकार है। 12.अफीम नीति पांच वर्ष अथवा तीन वर्ष की घोषित की जाएं ताकि हर वर्ष होने वाला शोषण बंध हो सके। इसके अलावा कई छोटे-छोटे विषयों पर भी लोक सभा अध्यक्ष बिड़ला से आंजना ने बातचीत की।