40 वर्षो पुरानी सामाजिक चबुतरा तोड़कर दरवाजा बनाने का विरोध कर अवैध दरवाजा हटाने की मांग।

चित्तौड़गढ़ 30 दिसम्बर। चित्तौड़गढ़ जिला एवं पंचायत समिति में स्थित ग्राम बोरदा में स्थित पारीक समाज की चबुतरी को ग्राम के ही एक व्यक्ति मदनलाल जोशी द्वारा तोड़कर निजी दरवाजा बनाने से पारीक समाज ने आक्रोश प्रकट कर जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल और ग्राम पंचायत सरपंच को ज्ञापन दिया। ग्रामीणों ने बनाए गए अवैध दरवाजे को हटाकर पुनः चबुतरी बनाने की मांग की हैं।

40 वर्षो पुरानी सामाजिक चबुतरा तोड़कर दरवाजा बनाने का विरोध कर अवैध दरवाजा हटाने की मांग।

चित्तौड़गढ़ 30 दिसम्बर।

चित्तौड़गढ़ जिला एवं पंचायत समिति में स्थित ग्राम बोरदा में स्थित पारीक समाज की चबुतरी को ग्राम के ही एक व्यक्ति मदनलाल जोशी द्वारा तोड़कर निजी दरवाजा बनाने से पारीक समाज ने आक्रोश प्रकट कर जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल और ग्राम पंचायत सरपंच को ज्ञापन दिया। ग्रामीणों ने बनाए गए अवैध दरवाजे को हटाकर पुनः चबुतरी बनाने की मांग की हैं।

गंगरार तहसील के बोरदा गांव के श्यामलाल, भैरूलाल, ओमप्रकाश, किशन, चांदीबाई, कमलाबाई, मिठूलाल, सत्यनारायण, प्रहलाद व माधवलाल पारीक आदि ने बताया कि गांव के मदनलाल जोशी ने 40 वर्षों से गांव में स्थित समाज के चबुतरे को तोड़कर निजी दरवाजा, खिड़की और गन्दे पानी के पाईप लगा दिए है, जिससे आमजन परेशान हैं।

समाज की सावर्जनिक चबुतरी पर जबरन नाजायज कब्जा करने का विरोध करते हुए पारीक समाज के कलक्टर और ग्राम पंचायत बोरदा के सरपंच से मांग की है कि उक्त नाजायज कब्ज़ा हटाकर वहां पुनः चबुतरा बनवाने व उचित कानूनी कार्यवाही कराई जाए।

बाइट: कमलेश पारीक, ग्रामीण, ग्राम पंचायत बोरदा