पाकिस्तान के तमाम हिंदू मंदिरों में हिंदुओं की हजारों अस्थि कलश पड़े हुए थे
सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज जिसकी निहाल दैनिक समाचार पत्र पुष्टि नहीं करता है भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में स्पॉन्सरशिप पॉलिसी है यानी कि वहां का रहने वाला कोई व्यक्ति जब तक आपको स्पॉन्सर नहीं करेगा तब तक आप यात्रा नहीं कर सकते इसीलिए कई दशकों से हजारों हिंदुओं की अस्थि कलश गंगा में विसर्जित होने के इंतजार में मंदिरों में पड़े थे
पाकिस्तान के तमाम हिंदू मंदिरों में हिंदुओं की हजारों अस्थि कलश पड़े हुए थे
सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज जिसकी निहाल दैनिक समाचार पत्र पुष्टि नहीं करता है
क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में स्पॉन्सरशिप पॉलिसी है यानी कि वहां का रहने वाला कोई व्यक्ति जब तक आपको स्पॉन्सर नहीं करेगा तब तक आप यात्रा नहीं कर सकते
इसीलिए कई दशकों से हजारों हिंदुओं की अस्थि कलश गंगा में विसर्जित होने के इंतजार में मंदिरों में पड़े थे
नरेंद्र मोदी सरकार ने हिंदुओं की अस्थियों को जो पाकिस्तान के हिंदू मंदिरों में पड़ी हुई हैं उन्हें विसर्जित करने के लिए पाकिस्तान के हिंदुओं की स्पॉन्सरशिप पॉलिसी खत्म करते हुए उन्हें 1 सप्ताह के लिए गंगा में अस्थि विसर्जन करने का वीजा दिया है
अफसोस यह खबर भारत की मीडिया में नहीं आई लेकिन पाकिस्तान की मीडिया में आई