जिला कोऑर्डिनेटरआम आदमी पार्टी सुखवाल ने किया अनुसरण स्वतंत्र लेखक ओजस्वी का चले उनके पद चिन्हों पर और जनहित किया वायरल मैंसज
भोजन के समय सवाल पर लेख हमारे परमादरणीय लेखक एवं हमारे अग्रज मदन जी ओजस्वी साहब की आज्ञा के अनुसार मेरे निजी अध्ययन और निजी अनुभव से मैंने तैयार किया है। अगर मेरी निजी और अल्प जानकारी में कोई त्रुटी रह गई हो तो कृपया मुझे क्षमा करने के साथ ही उचित मार्गदर्शन करवाना।*
जिला समन्वयक आम आदमी पार्टी अनिल सुखधारी स्वतंत्र लेखक मदन सालवी ओजस्वी के चले गए अपने पद पर
ब्यूरो प्रमुख एम के जोशी चित्तचौरगढ़
*भोजन के समय प्रश्न पर लेख हमारे परमादरणीय लेखक एवं हमारे अग्रज मदन जी ओजस्वी साहब की आज्ञा के अनुसार मेरे निजी अध्ययन और निजी अनुभव से मैंने तैयार किया है। अगर मेरी निजी और अल्प जानकारी में कोई सच्चाई रह गई हो तो कृपया मुझे क्षमा करने के साथ ही उचित मार्गदर्शन करवाना।*
भोजन करते हुए सलाद खाने के तरीके, लाभ या नुकसान की जानकारी होना जरूरी है कि किस प्रकार से दवा कब कैसे और कितनी मात्रा में लेनी है उसके लिए एक कुशल चिकित्सक की सलाह है उसी प्रकार से हमें कब कैसे मात्रा और क्या खाना या खाना नहीं खाना चाहिए इसकी जानकारी भी डॉक्टर की जरूरत वाले निजी जीवन में खत्म कर सकते हैं इसके लिए सही जानकारी या कुशल आहार विशेषज्ञ की जरूरत होती है आज हम यहां बात कर रहे हैं कि हमें भोजन के समय कब मात्रा और कैसे सलाद को ग्रहण करना चाहिए और क्यों?
अगर आप सलाद में ये सोचकर ऊपर से सफेद नमक डाल देते हैं कि इससे सलाद का स्वाद बढ़ जाएगा तो ऐसा बिलकुल न करें। फूड एक्सपर्ट्स की मानें तो सलाद में इस्तेमाल होने वाली सब्जियों में पहले से सोडियम होता है इसलिए इसमें नमक नहीं मिलाना चाहिए। अगर आप सलाद में ऊपर से नमक डालते हैं तो सलाद से मिलने वाले पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। सलाद में नमक डालकर रख देने स इसमें से काफी मात्रा में पानी निकल जाता है। इसलिए पौष्टिकता बरकरार रखने के लिए सलाद को बिना नमक डाले ही खाना चाहिए।
*सलाद का सेवन हमारी आंखों के लिए फायदेमंद*
नियमित रूप से सलाद खाने से आपके आंखों की रोशनी तेज होती है। सलाद में इस्तेमाल होने वाली सब्जियां खासकर पालक और लेटस, विटमिन ए से भरपूर होती है जो आंखों के लिए फायदेमंद है। अगर आप लाइफ में कभी भी चश्मा नहीं पहनना चाहते तो आपको नियमित रूप से सलाद खाना चाहिए और उसमें लेटस और बाकी हरी सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए।
इस बारे में अब तक हो चुकी बहुत सी रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि अगर आप नियमित रूप से सलाद खाते हैं तो यह आपकी अनिद्रा यानी इन्सॉमनिया की समस्या को दूर कर सकता है और आपको अच्छी नींद आ सकती है। सलाद में इस्तेमाल होने वाली सब्जी लेटस में लेक्टुकोरियम नाम का तत्व होता है जो नींद बढ़ाने के लिए जाना जाता है। अगर आप अपने दैनिक आहार में सलाद को शामिल करें तो अनिद्रा की समस्या दूर हो सकती है।
सलाद खाने के बाद आपको निश्चित तौर पर पेट भरा हुआ महसूस होता है लेकिन सलाद खाने से पेट फूलने यानी ब्लोटिंग की समस्या नहीं होती। साथ ही सलाद खाने के बाद आपको भारीपन या आलस महसूस नहीं होता। इसके अलावा सलाद में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है इसलिए यह डाइजेशन को बेहतर बनाता है और कब्ज की दिक्कत दूर करने में भी मदद करता है।
अगर आपकी इम्यूनिटी यानी रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत हो तो आप बीमारियों से अपने आप बचे रहेंगे। लिहाजा अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सलाद खाएं। सलाद में मौजूद ऐंटिऑक्सिडेंट्स आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं।
सलाद में कैलरी बहुत कम होती है और इसमें पोषक तत्वों की मात्रा भी अधिक होती है। ऐसे में अगर आप फैट घटाकर वजन कम करने के बारे में सोच रहे है तो आपको नियमित रूप से सलाद खाना शुरू कर देना चाहिए।
सलाद में चूंकि कच्ची सब्जियों का इस्तेमाल होता है लिहाजा बेहद जरूरी है कि आप इन्हें सलाद के तौर पर यूज करने से पहले साफ पानी से अच्छी तरह से धो लें। वरना फलों और सब्जियों की ऊपरी सतह के बैक्टीरिया हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
*सलाद कुछ लोगों के लिए ऐलर्जी का कारण बन सकता है।*
छोटे बच्चों को खीरा और टमाटर का सलाद ज्यादा नहीं खिलाना चाहिए, सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए कच्चा सलाद खाने की सलाह नहीं दी जाती है। यह उनके शरीर में सूजन का कारण बन सकता है।
अधिक मात्रा में सलाद का सेवन आपके पाचन तंत्र को खराब कर सकता है।
*सलाद की मात्रा आपके वजन का 0.5 प्रतिशत दोपहर के भोजन और रात के भोजन में भोजन से पहले होना चाहिए* इसके बाद भी भुट्टे बाकी रह गए हों जिसमें आपको डाइट लेनी चाहिए वो भी पेट भरने में बीस प्रतिशत खाना चाहिए पेट पूरा भर जाने पर पाचक रस बाहर निकल जाता है और पेट में पूरा भर जाने से पाचन क्रिया नहीं हो जाती है जिससे व्यंजन अनजाने में फंस जाते हैं और साड़ा हुआ खाना आर्टरीज के द्वारा ख़ून में शामिल होकर बीमारी को जन्म देना शुरू कर देता है।
रात का भोजन सोने से कम से कम तीन घंटे पहले कर लेना चाहिए क्योंकि कि सोने के बाद हमारे आंतों में सफाई का कार्य होता है और अगर हम सोने के तुरंत पहले भोजन करके सोने के लिए चले जाते हैं तो ऐसे में हमारी पाचन क्रिया अधूरी रह जाती है और पाचक ऐसिड की मात्रा हमारे गले तक पहुंच कर श्वास नली में जलन पैदा कर देती है जिससे हमें एसिडिटी और गैस की समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
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*मेरी निजी और अल्प जानकारी के साथ।*
सदर।
*आपका अपना अनुज* अभियांता अभियांत्रिकी सुखवाल, चित्तचौरगढ़।