सती सनातन हिंदू धर्म का गौरव।-पंडित सुखवाल
सनातन हिंदू धर्म में सती का विशेष गौरवशाली स्थान रहा है पतिव्रत धर्म का पालन करते हुए सती सुलोचना ने मेघनाद के प्राणों की रक्षा ही नहीं की उसके मृत शरीर के अंगों को भी जीवित कर ने का चमत्कार किया था वही सती वृंदा ने अपने सतीत्व के बल पर ही जालंधर राक्षस की चिरकाल तक रक्षा की और भगवान श्री हरि विष्णु को प्रकट होने के लिए बाध्य किया एवं वचन भी प्राप्त किया कि वह उनकी अर्धांगिनी बने।

सती सनातन हिंदू धर्म का गौरव।-पंडित सुखवाल
चित्तौड़गढ़, 30 जनवरी।
सनातन हिंदू धर्म में सती का विशेष गौरवशाली स्थान रहा है पतिव्रत धर्म का पालन करते हुए सती सुलोचना ने मेघनाद के प्राणों की रक्षा ही नहीं की उसके मृत शरीर के अंगों को भी जीवित कर ने का चमत्कार किया था वही सती वृंदा ने अपने सतीत्व के बल पर ही जालंधर राक्षस की चिरकाल तक रक्षा की और भगवान श्री हरि विष्णु को प्रकट होने के लिए बाध्य किया एवं वचन भी प्राप्त किया कि वह उनकी अर्धांगिनी बने।
कलयुग में भी अनेक सतीश स्त्रियां अपने सतीत्व के बल पर अपने धर्म की रक्षा करने में समर्थ हुई है विश्व सनातन हिंदू धर्म रक्षा संघ के तत्वावधान में घर-घर तुलसी शालिग्राम महाअभियान के दूसरे दिन स्काउट गाइड कैंपस में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा एवं तुलसी विवाह समारोह में अपने उद्गार प्रकट करते हुए भागवत कथा प्रसंगों का विवेचन कर गौभक्त पंडित राधेश्याम सुखवाल ने बताया कि सनातन हिंदू धर्म में स्त्रियों एवं कन्याओं का विशेष स्थान रहा है तथा सदैव ही इनका पूजन होता आया है वर्तमान समय में कुछ भ्रमित लोगों द्वारा स्त्रियों को बराबरी का अधिकार दिलाने की पैरवी करने वालों को हास्यास्पद बताते हुए संत श्री ने बताया कि सनातन हिंदू धर्म में सदियों से स्त्रियों का अधिकार एवं स्थान पुरुषों से कई गुना अधिक रहा है जिन्हें षडयंत्र पूर्वक बराबरी पर लाने का पाप किया जा रहा है एवं इसी षड्यंत्र के तहत सनातन धर्म को खंड खंड करने के लिए स्त्रियों का संपत्ति में अधिकार देने वाले कानून की वजह से अनेक परिवार टूटने के कगार पर खड़े हैं वही लाखों मुकदमे न्यायालयों में विचाराधीन होकर समाज और परिवार में विषैला वातावरण बन गया है समय रहते इस पर विचार किया जाना चाहिए आयोजन की मुख्य यजमान सुषमा पुरोहित द्वारा पूजा अर्चना कर 108 तुलसी शालिग्राम जी का अभिषेक यजमाना द्वारा किया गया एवं सामूहिक आरती एवं प्रसाद वितरण हुआ नगर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों स्त्री-पुरुष श्रद्धालु आयोजन का लाभ लेकर आनंदित हो रहे हैं।