पूर्व बैंक कर्मचारी मेहता पर परिवार के संयुक्त भूखंड को बेच धोखाधड़ी करने का मामला, शम्भूपुरा थाने मे दर्ज हुई रिपोर्ट। पत्रकार ओम जैन /ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
शम्भूपुरा। जिले के शंभूपुरा में धोखे से एक भूखंड बेचे देने का मामला सामने आया है। बेचने वाला पूर्व बैंक कर्मचारी प्रताप नगर चित्तौड़गढ़ निवासी रमेश चंद्र मेहता है

पूर्व बैंक कर्मचारी मेहता पर परिवार के संयुक्त भूखंड को बेच धोखाधड़ी करने का मामला, शम्भूपुरा थाने मे दर्ज हुई रिपोर्ट।
पत्रकार ओम जैन /ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
शम्भूपुरा। जिले के शंभूपुरा में धोखे से एक भूखंड बेचे देने का मामला सामने आया है। बेचने वाला पूर्व बैंक कर्मचारी प्रताप नगर चित्तौड़गढ़ निवासी रमेश चंद्र मेहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेहता ने पिता की मृत्यु के बाद खुद को अकेला वारिस बताते हुए एक भूखंड बेच दिया जबकि परिवार में चार बहनें है। उनकी भी कोई सहमति नहीं ली गई। धोखाधड़ी का मामला तब खुला जब भूखंड खरीदने वाले ने बैंक में लोन के लिए फाइल लगाई। लंबे समय बाद भी जब लोन नहीं हुआ तो खरीददार द्वारा अपने स्तर पर जांच की तो रमेश चंद्र मेहता का फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
फिलहाल इस संबंध में शंभूपुरा पुलिस थाने में रमेश चंद्र मेहता के खिलाफ रिपोर्ट दी गई है। पता चला है कि मंजू शर्मा सुखवाल द्वारा शंभूपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
रिपोर्ट के अनुसार पूर्व बैंक कर्मचारी मेहता से उसने भूखंड खरीदा था जो उनके वारिसान उत्तराधिकारी या स्वामी बच्चों की सहमति लिए बिना ही रजिस्ट्री करायी गयी। उत्तराधिकारी की सहमति नहीं होने के कारण बैंक से लोन नहीं हो पा रहा है। प्रार्थी द्वारा बार बार संपर्क किया गया तो दस्तावेज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन उसे जरूरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जा रहे।
पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर धोखाधड़ी के इस मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।