आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव (किसान )अभियंता सुखवाल ने क्यों कहा कि राजस्थान में चल रहा है जंगलराज
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव (किसान), अभियंता अनिल सुखवाल सहित पुलिस निरीक्षक एवं फिल्म कलाकारों पर जानलेवा हमला, अभियंता ने कहा कि जिस दिन गहलोत चित्तौड़गढ़ में शिरकत कर रहे उसी दिन ऐसी घटना होना कांग्रेस के जंगलराज की ओर इशारा करता है।
आम आदमीआम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव (किसान), अभियंता अनिल सुखवाल सहित पुलिस निरीक्षक एवं फिल्म कलाकारों पर जानलेवा हमला, अभियंता ने कहा कि जिस दिन गहलोत चित्तौड़गढ़ में शिरकत कर रहे उसी दिन ऐसी घटना होना कांग्रेस के जंगलराज की ओर इशारा करता है। पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव (किसान )अभियंता सुखवाल ने क्यों कहा कि राजस्थान में चल रहा है जंगलराज
ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव (किसान), अभियंता अनिल सुखवाल सहित पुलिस निरीक्षक एवं फिल्म कलाकारों पर जानलेवा हमला, अभियंता ने कहा कि जिस दिन गहलोत चित्तौड़गढ़ में शिरकत कर रहे उसी दिन ऐसी घटना होना कांग्रेस के जंगलराज की ओर इशारा करता है।
चित्तौड़गढ़ में 4 मई के दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महंगाई राहत कैंप में शिरकत कर रहे थे वहीं दूसरी ओर उसी दिन शाम के समय डूंगरपुर जिले में पदस्थापित पुलिस निरीक्षक गिरीराज गर्ग पिता बाला प्रसाद गर्ग के पिताजी के यहां मांडलगढ़ स्थित घर पर सत्यनारायण की कथा होने से दिनांक 30 अप्रैल से 4 मई तक वे अपने घर मांडलगढ़ थे एवं सत्यनारायण कथा कार्यक्रम के समापन होने के अगले दिन दिनांक 4 मई को उनके कार्यक्रम में जयपुर से आए मित्रों जिनमें फिल्म कलाकार अमन सिंह राठौड़, सुरेश चौहान एक अन्य महिला कलाकार मिली शर्मा जो कि राजस्थान फिल्म उद्योग में कलाकार हैं एवं अन्य एक मित्र चित्तौड़गढ़ निवासी एवं आम आदमी पार्टी राजस्थान के संयुक्त सचिव (किसान) अनिल सुखवाल सीआई गिरिराज गर्ग की कार *एम एच 02 सी डब्ल्यू 9575* में बैठ कर चित्तौड़गढ़ पहुंचे थे जिनमें से महिला कलाकार मिली को विश्राम के लिए गिरिराज गर्ग अपने मधुवन चित्तौड़गढ़ स्थित परिचित के घर पर छोड़ने के बाद शेष चार लोग उसी कार से चाय नाश्ता करने चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर पहुंचें थे उस समय गाड़ी स्वयं गिरीराज गर्ग चला रहे थे और उनकी पास वाली आगे की सीट पर अमन सिंह राठौड़ बैठे हुए थे पीछे की सीट पर बाईं ओर अनिल सुखवाल और दाईं ओर सुरेश चौहान बैठे हुए थे। जिनमें से दो मित्र अनिल सुखवाल एवं सुरेश चौहान चाय पीने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर चाय के थैले पर बैठे थे और गाड़ी में बैठे दो शेष लोग गिरिराज गर्ग और अमन सिंह राठौड़ चौराहे की तरफ से गाड़ी घुमाकर इन्हें जैसे ही वापस लेने के लिए मौके पर पहुंचे कि अचानक जिला पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ के मुख्य द्वार के बाहर भीलवाड़ा की तरफ बाई ओर जहां पर चाय की थड़ी लगी हुई के पास जैसे ही कार रोकी और उसमें दोनों मित्र अनिल सुखवाल एवं सुरेश चौहान गाड़ी की पीछे वाली सीट पर बैठे ही थे कि अचानक एक काले रंग की स्कार्पियों ने उनकी गाड़ी के बराबर में अपनी गाड़ी लगाई जिसमें से लोहे के सरिये लिए कुछ हथियार बंद अज्ञात लोग उतरे उसी समय उनकी गाड़ी को पीछे से भी एक अन्य वाहन सफेद रंग की फोर्ड इको स्पोर्ट्स सहित एक अन्य चौपहिया वाहन गाड़ी को पीछे से जोरदार टक्कर मारने लगी। फिर स्कार्पियों से निकले हथियार बंद लोगों ने उनकी गाड़ी को चारों तरफ से घेरते हुए लोहे के सरियों से गाड़ी पर हमलाकर उन सब पर जानलेवा हमला कर दिया हालांकि सभी को उस समय गाड़ी में बैठे होने से चोटे नहीं आई लेकिन गाड़ी का आगे का शीशा और गाड़ी की एक तरफ कांच में और गाड़ी में काफी नुकसान हुआ।
मौके पर इन हमलावरों के साथ लगभग सात मोटरसाइकिलों पर सवार दस पंद्रह लोग और भी थे यानी कि कुल हमलावर तीस से चालीस के लगभग रहे होंगे जिन्होंने सम्भवतया पहले से रेकी करते हुए इस हमले को अंजाम दिया।
हालांकि हमला होने के तुरंत बाद गाड़ी में पीछे बैठे अभियंता अनिल सुखवाल और सुरेश चौहान जान बचाकर भागने में सफल रहे फिर भी लगभग दस मिनट चले हमले के बाद सभी हमलावर अलग अलग दिशाओं में भाग खड़े हुए, हमला इतना अचानक और योजनाबद्ध तरीके से हुआ कि एकबार तो स्थानीय लोगों को भी कुछ समझ ही नहीं आया कि हमला कौन और क्यों करवा रहा है? हमले का समय दिनांक 4 मई शाम को सात से आठ बजे के बीच का था। हमले के बाद सभी हमलावर भाग गए एवं हमलावरों की काले रंग की स्कार्पियों को पीछा कर पकड़ने के लिए जब सीआई गिरिराज ने पीछा करना चाहा वहां पर पुलिस पेट्रोलिंग कर रहे वाहन ने उनकी गाड़ी के बीच में गाड़ी पेट्रोलिंग गाड़ी लगा दी और उसमें से एक ए एस आई ने पेट्रोलिंग से निकलकर उनकी गाड़ी की चाबी निकाल ली और उस काले रंग की स्कार्पियों को भगाने में मदद की और जब गिरिराज गर्ग कोतवाली थाने में रिपोर्ट लिखाने गए तो थानाधिकारी कोतवाल विक्रम सिंह ने भी रिपोर्ट लिखने से इंकार कर दिया जिससे मामले में पुलिस और राजनीतिक मिला भगति से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
घटना के दो दिन बाद सदमे की हालत में अभियंता अनिल सुखवाल ने कहा कि चित्तौड़गढ़ में 4 मई को सीएम अशोक गहलोत के दौरे के बाद शाम के समय पुलिस अधीक्षक कार्यालय के लगभग बाहर ही 40 अज्ञात हथियार बंद लोगों द्वारा हुए इस जानलेवा हमले होने के बाद भी पुलिस प्रशासन के मौन होने से राजस्थान में जंगलराज होने की ओर इशारा हो रहा है। अभियंता ने कहा कि क्या आम आदमी पार्टी के आगाज से इतना अधिक डर गई है, कांग्रेस सरकार?
हालांकि खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी प्रकार की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।