नीरजा मोदी के स्कूली बच्चों ने जाना के वी के पर जैविक कृषि एवम मोटे अनाज का महत्व

नीरजा मोदी के स्कूली बच्चों ने जाना के वी के पर जैविक कृषि एवम मोटे अनाज का महत्व

राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा

बड़ी सादड़ी चितौड़गढ़ कूषि विज्ञान केंद्र नीरजा मोदी स्कूल चितौड़गढ़ 25 विद्यार्थियों ने कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौड़गढ़ पर मोटा अनाज जागरूकता अभियान एवं प्रशिक्षण में भाग लिया यह प्रशिक्षण कृषि शिक्षा का महत्व तथा मोटे अनाज को आहार में शामिल करने की तकनीकी जानकारी पर आधारित थाI इस कार्यक्रम मैं विद्यालय की तरफ स श्रीमती मीनू शर्मा तथा श्री आश्विन चौधरी उपस्थित थे 

केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ रतनलाल सोलंकी ने मिट्टी परीक्षण के तरीकों एवं उसके महत्व को प्रयोग तरीके से समझाया, साथ ही उन्होंने केंचुआ खाद एकक का भ्रमण कराते हुए केंचुआ खाद तथा वर्मी वाश बनाने प्रयोग जानकारी भी प्रदान कीl

इस कार्यक्रम के प्रभारी दीपा इंदौरिया बताया कि कृषि शिक्षा खेती को सरल बनाने वैज्ञानिक तरीका है , उन्होंने बताया कि यदि खेती तरीके त्रिकोण तथा सलाह के साथ की जावे तो खेती एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में विकसित हो सकता है और यह कृषि शिक्षा ही हमारे किसानों के लिए लाभदायक बन सकती है ऐसे में किसान यदि विभिन्न कृषि विभागों से अथवा कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षित होकर कृषि करते हैं तो यह है तो यह है उनके आर्थिक स्तर के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है उन्होंने आहार में गेहूं एवं चावल के साथ-साथ मोटे अनाज शामिल करने की अनुशंसा भी की ताकि लंबे समय से चले आ रहे कुपोषण, नियंत्रित किया जा सके तथा मोटापा मधुमेह जैसी बीमारियों की दर को काम किया जा सके

केंद्र के तकनीकी सहायक श्री संजय कुमार धाकड़ ने फसलों को जैविक तरीके से सुरक्षित रखना तथा उपज बढ़ाने के तकनीकी तरीकों से अवगत कराया इसके अलावा श्री धाकड़ ने बताया कि जैविक खेती तथा मोटे अनाज के सेवन द्वारा मानव जीवन काल को न सिर्फ बढ़ाया जा सकता है बल्कि उसकी गुणवत्ता भी बनाई जा सकती है 

 कार्यक्रम कर अंत मैं श्री संजय कुमार ने कार्यक्रम के प्रतिभागियों को धन्यवाद अर्पित किया l