सेंट्रल एकेडमी में गूंजे श्रीराम के जयकारे, विद्यालय प्रांगण हुआ "ज्योतिर्मय"ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया, छोटे-छोटे बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुति।

चित्तौड़गढ । सेंट्रल एकेडमी स्कूल में रविवार को बड़े– बुजुर्गों के सम्मान हेतु सारथी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंद्रमल सेठिया व विमला सेठिया थे व विशिष्ट अतिथि कल्याणी दीक्षित थी। इस कार्यक्रम में अपने दादा-दादी व नाना-नानी के साथ बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।

सेंट्रल एकेडमी में गूंजे श्रीराम के जयकारे, विद्यालय प्रांगण हुआ "ज्योतिर्मय"ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया, छोटे-छोटे बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुति।

सेंट्रल एकेडमी में गूंजे श्रीराम के जयकारे, विद्यालय प्रांगण हुआ "ज्योतिर्मय"ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया, छोटे-छोटे बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुति।

चित्तौड़गढ । सेंट्रल एकेडमी स्कूल में रविवार को बड़े– बुजुर्गों के सम्मान हेतु सारथी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंद्रमल सेठिया व विमला सेठिया थे व विशिष्ट अतिथि कल्याणी दीक्षित थी। इस कार्यक्रम में अपने दादा-दादी व नाना-नानी के साथ बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम में विद्यालय के नन्हे मुन्ने खिलते फूलों के द्वारा कई उत्कृष्ट प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से किया गया। नृत्य, संगीत व नाटक का मंचन किया गया। जिसमें रामलीला, शबरी कथा आदि प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। समाज में बुजुर्गों की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए व प्राचीन सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और यह अपने उद्देश्य में पूर्णतः सफल भी रहा। सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ खेलों का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।

  शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय सेंट्रल एकेडमी में 28 जनवरी को वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

 जिसमें मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत व विशिष्ट अतिथि सेंट्रल एकेडमी स्कूल की मुख्य समन्वयक डॉ शालिनी दीक्षित रही। कार्यक्रम में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया तथा एक से एक सुंदर प्रस्तुतियां दी। जहां एक और राम कथा के मंचन ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया वहीं दूसरी और पन्नाधाय के बलिदान को दर्शाती हुई नाटिका व इसरो द्वारा चंद्रयान की सफलता से संबंधित प्रस्तुतियों ने दर्शकों में उत्साह का संचार कर दिया। 

  जिला पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि समाज में अपराधों पर नियंत्रण हेतु विद्यालयों का विशेष योगदान होता है क्योंकि विद्यालय बच्चों में उच्च संस्कारों को संप्रेषित करते हैं। विद्यालयों को बच्चों में साहस के साथ-साथ सत्य निष्ठा और आत्मनिर्भरता भी सीखानी चाहिए।

  विद्यालय प्राचार्य परेश कुमार नागर ने बताया कि वर्तमान समय में प्राचीन भारतीय मूल्यों को पुनः समाज में स्थापित करने की आवश्यकता है ताकि हम नन्हे मुन्ने बच्चों को अपनी सभ्यता और संस्कृति का ज्ञान दे सके। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय के लिए आवंटित नई भूमि की जानकारी भी साझा की।अतिथियों द्वारा विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया। 

 मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक, शालिनी दीक्षित व प्राचार्य द्वारा विद्यालय में हुई वर्ष भर की प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्रदान किए गए। इसी के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित गणमान्य अतिथियों का भी सम्मान किया गया।