लोकसभा आम चुनाव 2024 मतदान प्रक्रिया में बढ़ेगी महिला शक्ति की भागीदारी जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन की पहल, अब 40 के बजाय 75 महिला मतदान केन्द्र
चित्तौड़गढ़ 18 अप्रैल। लोकसभा आम चुनाव में महिला मतदाताओं के अनुपात में राज्य में प्रथम चित्तौड़गढ संसदीय क्षेत्र में जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आलोक रंजन की पहल पर प्रति विधानसभा 8 मतदान केन्द्रों की जगह अब 15 मतदान केन्द्र महिलाएं संचालित करेगी।
लोकसभा आम चुनाव 2024
मतदान प्रक्रिया में बढ़ेगी महिला शक्ति की भागीदारी
जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन की पहल, अब 40 के बजाय 75 महिला मतदान केन्द्र
चित्तौड़गढ़ 18अप्रैल। लोकसभा आम चुनाव में महिला मतदाताओं के अनुपात में राज्य में प्रथम चित्तौड़गढ संसदीय क्षेत्र में जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आलोक रंजन की पहल पर प्रति विधानसभा 8 मतदान केन्द्रों की जगह अब 15 मतदान केन्द्र महिलाएं संचालित करेगी।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने यह अभिनव प्रयोग किया हैं। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें सशक्त बनाना है। उल्लेखनीय है कि निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार प्रति विधानसभा 8 महिला मतदान केन्द्रों को ही स्थापित किया जाना हैं।
75 मतदान केन्द्र, 488 महिला कार्मिक
जिले में चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हर विधानसभा में 8 पिंक बूथ के अलावा 07 अन्य मतदान केंद्र भी महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे। इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा में कुल 15 बूथ महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे। प्रत्येक विधानसभा में 15 महिला मतदान दलों के अलावा 5 रिज़र्व और 2 अतिरिक्त रिजर्व महिला मतदान दलों का भी गठन किया गया है। प्रत्येक मतदान दल में 04 महिलाएं होगी। इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा में 22 महिला मतदान दलों की 88 महिला कार्मिक एवं जिले में कुल 440 महिलाएं मतदान प्रक्रिया संपन्न करवाएगी। उल्लेखनीय है कि उक्त महिला कार्मिकों को प्रथम प्रशिक्षण दिया जा चुका है जिसमें महिला कार्मिकों ने उत्साह के साथ बढ़ चढ़कर भाग लिया।
सभी दायित्व महिलाओं को
महिला.संचालित मतदान केंद्रों में सभी मतदान दायित्व जैसे कि पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी, सुरक्षा कर्मी, और अन्य सहायक कर्मचारी महिलाएं ही होंगी। यह सभी मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्र या उसके आसपास होंगे तथा मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा संपन्न कराई जाएगी। इससे महिलाओं को चुनाव प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं में योगदान देने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग के निर्देशानुसार एक बूथ दिव्यांग मतदान कार्मिकों के द्वारा संचालित किया जायेगा जिसमें समस्त कार्मिक दिव्यांग होगे।