खेत और सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मरों से लगातार ऑयल चोरी : बिजली सप्लाई हो जाती ठप , निगम को सात लाख का नुकसान

खेत और सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मरों से लगातार ऑयल चोरी : बिजली सप्लाई हो जाती ठप , निगम को सात लाख का नुकसान

चित्तौड़गढ़ के शंभूपुरा थाना क्षेत्र के अलग - अलग गांवों से एक महीने में लगातार बिजली ट्रांसफार्मरों से ऑयल चोरी की घटना हो रही हैं । ऑयल चोर गिरोह 12 ट्रांसफार्मरों से सात लाख रुपए का तेल चोरी कर चुका है । चोर खेतों में लगे ट्रांसफार्मर और सड़क किनारे ट्रांसफॉर्मरों को अपना निशाना बना रहे है । इसका असर बिजली आपूर्ति पर भी पड़ रहा है । बिजली कंपनी के अधिकारी परेशान हो रहे है । शंभूपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया गया ।

थानाधिकारी नेतराम ने बताया कि सावा निवासी JEN शंभूपुरा रविन्द्र कुमार सिंह पुत्र हरिश्चंद्र सिंह ने मामला दर्ज करवाया है । रिपोर्ट में बताया कि 16 मई को पंचतोली गांव में गोवर्धन सिंह के खेत से 3 फेज , बनेस्टी में सिंगल फेज , चौथपुरा से कन्हैयालाल के खेत सिंगल फेज , चौथपुरा से ही सिंगल फेज , सेमलिया में भुआना गाडरी और गाडरी के खेत से 3 फेज , सेमलिया से रामचंद्र और रतना चमार के खेत से 3 फेज , सेमलिया से रामा और घीसा मेघवाल के खेत से 3 फेज , सेमलिया से प्यारा और नाथू चमार के खेत से 3 फेज , जालमपुरा में चतुर्भुज जाट और शांति लाल बलाई के खेत से 3 फेज , सावा से लेहरुलाल पूर्बिया के खेत से 3 फेज , सावा से मदनलाल पूर्बिया के खेत से 3 फेज , माताजी की आरेड़ी से बदामी बाई जटिया के खेत से 3 फेज , सामरी से सिंगल फेज के ट्रांसफार्मरों से ऑयल चोरी हुआ है । यह चोरी 14 अगस्त से लगातार हो रही है । इस दौरान चोरों ने ट्रांसफार्मरों को नुकसान भी पहुंचाया है । इन चोरियों से निगम को लगभग सात लाख रुपए का नुकसान हुआ है । यह चोरियां लगभग सभी खेतों और सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मरों से की जा रही है ।

लगातार चोरी के बाद भी कार्रवाई नहीं पिछले कुछ समय में शंभूपुरा के अलग - अलग गांवों में ट्रांसफार्मरों से तेल चोरी होने की घटना सामने आ चुकी हैं । अभी तक इस मामले में बिजली कंपनी ने कोई कदम नहीं उठाया है । इस वजह से न सिर्फ बिजली कंपनी को आर्थिक नुकसान हो रहा है , बल्कि आमजन को दी जाने वाली बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है । चोरी की जानकारी के बावजूद भी बिजली विभाग के अधिकारियों ने पिछले 24 दिनों बाद मामला दर्ज करवाया है । इसके पीछे किसी ऐसे गिरोह का हाथ नजर आ रहा है , जिसकी ट्रांसफार्मर या बिजली के दूसरे यंत्र बनाने वाले लोगों से सांठगांठ है । पुलिस जांच में बड़ा मामला भी उजागर हो सकता है । बिजली ट्रांसफार्मरों का तेल ऐसे उपकरणों में यूज किया जाता है , जिनकी क्वाइलें गर्म होती हैं । 3-4 घण्टे के लिए होती बिजली कटौती किसी भी क्षेत्र में विद्युत ट्रांसफार्मर से तेल चोरी होने के बाद वहां की विद्युत सप्लाई भी ठप हो जाती है । बिजली कंपनी के अधिकारियों का ही कहना है कि तेल चोरी होने के बाद ट्रांसफार्मर को पुन : चालू करने में काफी वक्त लग जाता है । इस वजह से तीन - चार घण्टे विद्युत सप्लाई बंद रहती है और लोगों को परेशानी होती है ।