आज होगा तुलसी जी और शालिग्राम जी का विवाह : पंडित सुखवाल बोले- सनातन हिंदू परंपराएं समाज को एक सूत्र में बांधती है

संपूर्ण समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए सनातन हिंदू धर्म में अनेक परंपराओं का प्रचलन है । उसमें से माहेरा भी एक महत्वपूर्ण परंपरा है । जिसमें बेटी को संपूर्ण गांव की बेटी माना जाता है और बेटी के घर उत्सव या दुख का कोई भी अवसर आए तो संपूर्ण समाज एक साथ उसके लिए कुछ न कुछ लेकर जाता है एवं उसके सुख दुख में भागीदार बनता है । ये विचार नानी बाई के मायरे का प्रसंग वाचन करते हुए गौभक्त पंडित राधेश्याम सुखवाल ने रखे । उन्होंने कहा कि विलुप्त हो रही सनातन परंपराओं के पुनर्जीवन हेतु विश्व सनातन हिंदू धर्म रक्षा संघ द्वारा 108 सामूहिक तुलसी शालिगराम विवाह के माध्यम से घर - घर तुलसी शालिग्राम महा अभियान के तहत नगर निंबाहेड़ा में आयोजित 108 तुलसी शालिगराम विवाह महोत्सव के अवसर पर सभी यजमान जोड़ों को एक जैसा चुनर ओढ़ाकर समाज में समरसता का वातावरण तैयार करने का प्रकल्प किया गया । जिसमें सभी जाति वर्ग के लोग उपस्थित है । इस अवसर पर पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने व्यासपीठ का स्वागत किया । उनके साथ पूर्व विधायक अशोक नवलखा , नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी सहित सभी कार्यकर्ताओं ने व्यासपीठ को उपहरणा उड़ाकर सम्मानित किया एवं सफल आयोजन में संपूर्ण सहयोग प्रदान करने का वचन दिया ।
इस अवसर पर प्रबोधचंद्र शर्मा , मदनलाल सुखवाल , शिवप्रकाश अग्रवाल , दीपक जैन जयकिशन , ग्राम अंबानगर से गोपाल जाट ने व्यवस्थाओं में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं । संस्थान सचिव सुश्री किरण तलेसरा के अनुसार 108 बारातों का भव्य स्वागत किया जाएगा एवं 108 शालिग्राम जी का विवाह संपूर्ण विधि से संपन्न कराया जाएगा । इस अवसर पर वृंदावन से पधारे संत आनंद कृष्ण जी शास्त्री एवं गोपाल कृष्ण जी के द्वारा संगीतमय वैदिक मंत्रों के उच्चारण को सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए एवं मायरे के भजनों पर झूमते नजर आए । आयोजन के पश्चात सभी श्रद्धालुओं का भोजन प्रसादी नगरवासियों के द्वारा की गई ।