घटती संख्या पर रोक व प्रजनन को बढ़ावा मिलेगा : ऊंट जन्म पर 2 किश्तों में मिलेगी 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि , पहचान पत्र भी जारी होंगे -

राज्य पशु कैमल के पालन को बढ़ावा देने के लिए ऊंट पालकों को 10-10 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। प्रोत्साहन राशि कैमल के जन्म पर दो किश्तों में दिया जाएगा। इस योजना के लागू होने के साथ ही पशुपालन विभाग ने ऊंट पालकों को मान्यता देने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। बजट घोषणा वर्ष 2022-23 के तहत कैमल की घटती संख्या को रोकने के वतन को बढ़ावा देने के लिए यह योजना लागू की गई है। इसमें कैमपालकों को कैमलो के संबंध में प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान है। इसमें प्रभार पशु अस्पताल की ओर से सबसे कैमलनी एवं उसका जन्म नर - मां संतति ( टोडिया ) आयु 0-2 माह को चुना गया कर टैग धारक पहचान प्रमाण पत्र जारी करेगा एवं पोर्टल पर अपलोड करूंगा । पंजीकृत कैमपालकों को नियमानुसार प्रोत्साहन राशि भुगतान की कार्रवाई क्रम के अनुसार प्रथम किस्त के रूप में कैमपालक के बैंक खाते में 5 हजार रुपये की स्थिति मिलेगी। टोडिया की एक वर्ष की आयु का चयन किया होने के बाद दुबारा पहचान प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा जिसके आधार पर 5 हजार रुपये की दूसरी किश्त पंजीकृत कैमपालक के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी। पंजीकृत चयनित टोडिए की मृत्यु होने की स्थिति में दूसरे किश्त का भुगतान नहीं होगा। उन्होंने बताया कि सेलेक्ट कैमलनी की सेकेंड सैंट्री को भी न्यूनतम 15 माह के बाद ही योजना का लाभ दिया जा सकेगा। पात्रता : कैमलनी जिसकी संतति टोडिया की आयु 0-2 माह है, को पालने वाले कैमलपालक का मूल निवासी होना आवश्यक है।