जय जौहार के नारो से गूंज उठा माधौसागर बाँध, माधौसागर बाँध पर 2101 दीपोत्सव एवं वृक्षारोपण कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

जय जौहार के नारो से गूंज उठा माधौसागर बाँध, माधौसागर बाँध पर 2101 दीपोत्सव एवं वृक्षारोपण कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

निहाल दैनिक समाचार /NDNEWS24X7 

पत्रकार विष्णु मीणा दौसा

सिकराय, दौसा। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सन 1993 में घोषित विश्व आदिवासी दिवस सिकराय विधानसभा क्षैत्र में माधौसागर बाँध घूमणा पर 2101 दीपक जलाकर तथा विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम करके बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया गया! कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय के रीति रिवाज, परंपरा ,अपनी आदिवासी संस्कृति ,आदिवासी अस्तित्व को बचाने ,जल, जंगल ,जमीन की रक्षा करने , समाज के हर व्यक्ति को पौधारोपण करने , समुदाय जागरण एवं साथ ही शिक्षा के लिए आओ स्कूल चले हम , एकलव्य बने हम आदिवासी समुदाय के महापुरुषों के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया  किसान आदिवासी युवा नेता ओमप्रकाश घूमणा ने बताया कि आदिवासियों के त्याग और बलिदान को लेकर आदिवासी दिवस मनाया गया है ! वो आदिवासी ही थे जिन्होंने सबसे पहले देश में अंग्रेजों माटी छोड़ो आंदोलन 1855 में छेड़ा था , सैकड़ों आदिवासियों को अंग्रेजों ने मौत के घाट उतार दिया था। ग्राम विकास सेवा समिति के प्रभारी मुन्शी घूमणा ने इस अवसर पर बताया कि माधौसागर बाँध दौसा जिले का सबसे बड़ा बाँध है जो रियासत काल में 1887 में राजा माधोंसिह द्वारा बनाया गया था यह बाँध ऐतिहासिक दृष्टीकोण से रमणीय एवं भव्य है विदेशी पक्षी साइबेरियन भी प्रवास करने यहाँ आते थे यह बाँध सिकराय, महुवा, टोडाभीम नादौती विधानसभा क्षेत्रों के लगभग हजारों गाँवो की जीवन रेखा है माधौसागर में मिडवे होने के कारण विदेशी सैलानी भी यहाँ आते रहते है ऐसे बाँध को DPR में नहीं जोड़े जाने के कारण तीनों विधान सभा क्षैत्रों के युवाओं में गहरा आक्रोश है । सरपंच विपिन घूमणा ने बताया कि आज विश्व आदिवासी दिवस पर बाँध पर बड़, पीपल, नीम के सैकड़ो पेड़ लगाऐ है जिनके चारों तरफ सुरक्षा करके इनकी देखभाल की जिम्मेदारी लेता हूँ! समाज सेविका मनोज कुमारी ने कहाँ कि ऐसे अवसरों पर सभी को अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए , पेड़ों से वातावरण शुद्ध रहता है तथा पेड़ बरसात करवाने में भी सहायक है साथ ही हम सबकों हरे पेड़ो को काटने से बचाना है! मोरा माता घूमणा के पूजारी चौथी लाल ने कहाँ कि माधौसागर बाँध को शीघ्र DPR में नही जोड़ा गया तो हम सब सड़को पर उतरकर आन्दोलन करेंगें ! जैलसिंह घूमणा ने कहाँ कि शीघ्र ही हम सब माधोसागर बाँध को DPR में जुड़वाने के लिए 1100 टैक्टरों पर 1100 तिरंगे झण्डे लगाकर दौसा कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौपेंगे केशराम मास्टर ने आदिवासी रीति रिवाजों पर प्रकाश डाला कार्यक्रम को रामनारायण मीणा, काडू घूमणा, बलराम घूमणा खिल्ली घूमणा, दयाराम घूमणा ने भी संबोधित किया ! इस अवसर पर लोकेश भजेड़ा, अमरसिंह दुलावा, बन्टी बामनवास, पटवारी घूमणा, कालूराम, अमरसिंह घूमणा, शिवजी घूमणा, तथा आस पास के गाँवो से हजारों युवा एवं ग्रामीण मौजूद रहे!