दौसा: सैंथल उपखंड क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम तीतरवाड़ा कला में अवैध खनन करते समय 1 व्यक्ति की हुई मौत

दौसा: सैंथल उपखंड क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम तीतरवाड़ा कला में अवैध खनन करते समय 1 व्यक्ति की हुई मौत

उपखंड क्षेत्र सैंथल के अंतर्गत ग्राम पंचायत तीतरवाड़ा के कानीखोर मे सुबह पहाड़ियों की तरफ जा रहे एक व्यक्ति की पत्थर सिर पर गिरने से घायल हो गया जिसको परिजनों ने जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया |रामबास के हीलवाली ढाणी के जगदीश मीणा 45 वर्षीय का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया|थाना अधिकारी घासीराम मीणा ने बताया कि सुबह 6:00 बजे के लगभग पहाड़ी से पत्थर खिसकने की सूचना मिली थी जिसमें जगदीश मीणा की मौत हो गई मृतक के भाई ने रिपोर्ट में यह बताया है मामले की जांच की जा रही है|वहीं दूसरी ओर तीतरवाड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि यह मौत अवैध खनन का कार्य करते समय घटित हुई है जिसकी सूचना सुबह थाना अधिकारी एवं एसडीएम सहित खनन विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई थी लेकिन मौके पर कोई भी नहीं पहुंचा|पूर्व में भी अवैध खनन की शिकायतें कई बार उच्च अधिकारियों को दे दी गई है लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई है ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन से पहले भी कई मौतें हो चुकी है जिनमें थोड़े दिन पहले ही कालू राम प्रजापत तीतरवाड़ा ,हरि नारायण मीणा सांसी की ढाणी तीतरवाड़ा कला ,कैलाश बलाई तीतरवाड़ा कला व कैलाश बलाई की पत्नी कमला बलाई तीतरवाड़ा कला ,शंभू महावर तीतरवाड़ा कला, राम कुमार मीणा तीतरवाड़ा कला  सहित कई लोगों की अवैध खनन से मौतें हो चुकी है लेकिन प्रशासन, खनिज विभाग, वन विभाग की मिलीभगत से अवैध खनन पर आज तक रोक लगाई नहीं जा सकी जबकि यहां दर्जनों मौतें अवैध खनन का शिकार हो चुकी है,ग्रामीणों ने बताया कि सुबह अवैध खनन से जो हादसा हुआ है उस में अवैध खनन करता एवं मृतक भी इस कार्य में शामिल था जिसको लेकर अवैध खनन करता और परिजन जिला अस्पताल ले गए परिजनों पर दबाव बनाया गया इसलिए मामले को गोल किया जा रहा है जबकि मौके पर सैकड़ों ट्रैक्टर पत्थरों के पढ़े हुए हैं|ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन को सूचना होने के बाद भी मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा |     पूर्व में खनन विभाग के S, M, A,को भी कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है| तीतरवाड़ा में देवी माता के मंदिर एवं रानी रत्नावती के महल को भी अवैध खनन कर्ताओं ने नहीं बख्शा, कानी खोर,बांस खोर और लांबी में अवैध पत्थर खनन दिन रात होते रहते हैं ब्लास्टिंग से पत्थर गांव के मकानों तक पहुंच जाते हैं|अवैध पत्थर खनन की जब भी शिकायत उच्च अधिकारियों को की जाती है तो अधिकारी अवैध खनन कर्ताओं को संबंधित शिकायत के बारे में बता देते हैं जब भी अवैध खनन होता है उसकी कार्रवाई नहीं की जाती है इससे पहले ही अवैध खनन कर्ताओं को सूचित कर दिया जाता है जिससे वे मौके से फरार हो जाते हैं| इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर के समक्ष एवं जिला पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जाएगा|और पहले भी अवगत करा चुके हैं ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन 300 मीटर लंबा और इतना ही चौड़ाई पर अवैध खनन फैला हुआ है पहाड़ नष्ट हो रहे हैं एवं पुराने देव माता का मंदिर एवं रानी रत्नावती महल भी इन्हीं ब्लास्टिंग की वजह से नष्ट होने के कगार पर है ,ग्रामीणों ने पुलिस पर व खनन विभाग, वन विभाग, के कर्मचारियों पर हर माह वसूली का आरोप भी लगाया, ग्रामीणों ने बताया कि यह सब कर्मचारी महीना होते हैं वसूली करने के लिए आ जाते हैं

ग्रामीणों ने बताया कि बहादुर सिंह, जसवंत सिंह, मोर सिंह ,रमेश एवं कालूराम मीणा सहित कई लोग अवैध खनन में लिप्त है जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे अवैध खनन को बढ़ावा मिल रहा है|जल्द ही प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए तो मजबूरन ग्रामीणों के द्वारा जन आंदोलन किया जाएगा|